प्रशांत किशोर बोले – ‘महागठबंधन बना, तभी मैंने कह दिया था कि ये चलने वाला नहीं’
पटना, 21 फरवरी। बिहार में महागठबंधन के अंदर मची रार को लेकर सियासी गलियारों में जारी कयासबाजियों के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा दावा कर दिया है। उनका कहना है कि 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद ही उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनने की सलाह दी थी।
‘अगले विधानसभा चुनाव तक नहीं चलेगा महागठबंधन‘
जन सुराज पदयात्रा के दौरान सिवान में पत्रकारों से मुखातिब प्रशांत किशोर ने कहा, ‘जिस दिन महागठबंधन बना था, मैंने उसी दिन ही कह दिया था कि ये चलने वाला नहीं है। महागठबंधन कब तक चलेगा, ये तो नहीं बता सकता। लेकिन ये अगले विधानसभा चुनाव तक नहीं चलेगा। अगले विधानसभा चुनाव में ये सात दल साथ में रहकर चुनाव नहीं लड़ सकते। मैंने गठबंधन की राजनीति देखी है, 2015 में मैंने ही महागठबंधन बनवाया था।’
‘नीतीश ने अपने लिए रास्ता चुना है, खामियाजा भी उन्हें ही भुगतना पड़ेगा‘
नीतीश कुमार पर हमला करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने अपने लिए रास्ता चुना है। अगर कोई गलत रास्ता चुनता है तो उसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा। नीतीश कुमार की पार्टी को 2020 में बहुमत नहीं मिला था। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा था कि आप मुख्यमंत्री मत बनिए। चूंकि आपको बिहार की जनता ने नकार दिया है तो आपको मुख्यमंत्री बनने क्या जरूरत है? और अगर आप सीएम बनेंगे, तो कोई बड़ा भाई रहेगा, जिसकी ज्यादा संख्या है तो उसकी चलेगी आपकी नहीं।’
‘सरकार में शामिल होना होता तो एक फोन पर शपथ ले लेता‘
प्रशांत किशोर ने साथ ही यह भी कहा कि सरकार में अगर शामिल होना होता तो एक फोन करते और कल ही शपथ ले लेते। उन्होंने कहा, ‘बहुत लोगों को लगता है कि प्रशांत किशोर सरकार में आना चाहते हैं। अगर मुझे सरकार में आना होता तो इसके लिए मुझे पैदल चलने की कोई जरूरत नहीं थी। एक फोन करने पर सरकार में आ जाएंगे। नीतीश कुमार बेचारे रोज मुझे बोलते हैं। कैसे भी मदद कीजिए। अगर सरकार में जाना होगा तो कल ही सरकार में आ जाएंगे।’