वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा – भारतीय शेयर बाजार अच्छी तरह विनियमित है
मुंबई, 3 फरवरी। भारतीय शेयर बाजार में अडानी समूह की सूचीबद्ध कम्पनियों के गिरते शेयरों को लेकर भारतीय राजनीति में बड़ी हलचल दिख रही है और संसद के बजट सत्र के दौरान विपक्षी दलों ने लगातार दूसरे दिन इस मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को लेकर जबर्दस्त हंगामा किया।
इस बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश का शेयर बाजार “अच्छी तरह से विनियमित” है और उन्हें अरबपति गौतम अडानी के व्यापारिक साम्राज्य के विवाद से निवेशकों के विश्वास को प्रभावित करने की उम्मीद नहीं थी।
वित्त मंत्री सीतारमण ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा भारत एक पूरी तरह से शासित और बहुत अच्छी तरह से विनियमित वित्तीय बाजार देश रहा है। सीतारमण ने कहा, “यह एक उदाहरण है, हालांकि विश्व स्तर पर बहुत अधिक चर्चा की गई है, मुझे लगता है कि यह इस बात का संकेत नहीं होगा कि भारतीय वित्तीय बाजारों को कितनी अच्छी तरह से नियंत्रित किया गया है।”
निर्मला सीतारमण ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थानों ने विस्तृत बयान जारी किए हैं, जिसमें दिखाया गया है कि उनका अडानी समूह के लिए सीमित जोखिम था और शेयर दुर्घटना से महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि निवेशकों का जो विश्वास पहले था, वह अब भी बना रहेगा।’
वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सरकार को संसद पर घेरने का प्रयास कर रही है। पार्टी नेता शशि थरूर ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अडानी समूह से जुड़े मामले पर संसद में चर्चा नहीं होने दे रही है क्योंकि उसे लगता है कि यह उसके लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकता है।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह आई हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट का असर अडानी समूह की सूचीबद्ध इकाइयों पर पड़ा है। समूह की लिस्टेड कम्पनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 120 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक गिर गया है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी पर लेखांकन धोखाधड़ी और कृत्रिम रूप से इसके शेयर की कीमतों को बढ़ाने का आरोप लगाया गया है।