1. Home
  2. हिन्दी
  3. राजनीति
  4. गुजरात चुनाव के बीच अमित शाह बोले – 2002 में ‘सबक सिखाने’ के बाद राज्य में अब तक शांति
गुजरात चुनाव के बीच अमित शाह बोले – 2002 में ‘सबक सिखाने’ के बाद राज्य में अब तक शांति

गुजरात चुनाव के बीच अमित शाह बोले – 2002 में ‘सबक सिखाने’ के बाद राज्य में अब तक शांति

0
Social Share

अहमदाबाद, 25 नवम्बर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी, लेकिन 2002 में सबक सिखाने के बाद, अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दीं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में स्थायी शांति कायम की।

उल्लेखनीय है कि गुजरात में फरवरी, 2002 में गोधरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। अमित शाह ने राज्य में अगले माह प्रस्तावित विधानसभा चुनाव से पहले खेड़ा जिले के महुधा में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली के दौरान आरोप लगाया, गुजरात में कांग्रेस के शासनकाल में (1995 से पहले), अक्सर साम्प्रदायिक दंगे होते थे। कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के सदस्यों को एक-दूसरे के खिलाफ उकसाती थी। कांग्रेस ने ऐसे दंगों के जरिए अपने वोट बैंक को मजबूत किया और समाज के एक बड़े वर्ग के साथ अन्याय किया।’

अमित शाह ने दावा किया कि गुजरात में 2002 में दंगे इसलिए हुए कि अपराधियों को लंबे समय तक कांग्रेस से समर्थन मिलने के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत हो गई थी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा, ‘लेकिन 2002 में सबक सिखाए जाने के बाद ऐसे तत्वों ने वह रास्ता (हिंसा का) छोड़ दिया। वे लोग 2002 से अब तक हिंसा से दूर हैं। वहीं भाजपा ने सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त काररवाई कर गुजरात में स्थायी शांति कायम की है।

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए शाह ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस अपने वोट बैंक के कारण इसके खिलाफ थी।

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code