शिलांग, 23 नवम्बर। असम और मेघालय के बीच एक बार फिर जबर्दस्त तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। इसी क्रम में प्रदर्शनकारियों ने शिलांग में असम की कई गाड़ियों को फूंक दिया है और अनेक यात्रियों पर भी हमला किया गया है। बताया जा रहा है कि असम के लोगों के साथ विशेष रूप से दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
मेघालय में ‘खासी समुदाय’ के लोगों को जान से मारने की धमकी
वहीं यहां के ‘खासी समुदाय’ के लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई है। असम से कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर मेघालय अब छोड़ दिया है। असम के कई लोग फिलहाल अब भी शिलांग के होटलों में फंसे हुए हैं। वहीं मेघालय ने अब तक असम के वनकर्मी का शव नहीं लौटाया है। सीमा पर इस समय गहन तनाव बना हुआ है।
Violence in Meghalaya begins after the firing incident that took place at the Assam-Meghalaya border.
A Scorpio car which was heading towards Guwahati was burnt down by some miscreants post the anger of the violence. pic.twitter.com/TKP7Z9T0al
— atanu bhuyan (@atanubhuyan) November 22, 2022
सीमा पर उपजी हिंसा में एक वन रक्षक सहित 6 लोगों की मौत हो गई थी
गौरतलब है कि मंगलवार को असम-मेघालय सीमा पर पुलिस द्वारा मंगलवार तड़के अवैध लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक को रोकने के बाद हुई हिंसा में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में फसाद बढ़ता देख, अब मेघालय कैबिनेट का प्रतिनिधिमंडल आगामी 24 नवम्बर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेगा और मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के मुकरोह इलाके में गोलीबारी की घटना की सीबीआई या एनआईए जांच की मांग करेगा।
मेघालय के सीएम संगमा ने असम के सीएम सरमा से बात की
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने बताया था, ‘घटना में मेघालय के पांच और असम के एक वन रक्षक सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई है। समस्त घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। मेघालय पुलिस द्वारा इस बाबत एफआईआर दर्ज की गई है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच भी जल्द शुरू होगी। मैंने घटना पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा से बात भी की है और उन्होंने अपनी तरफ से सहयोग का आश्वासन भी दिया है।’