बिहार : मंत्रालय बदले जाने के बाद कार्तिकेय सिंह ने दिया इस्तीफा, सीएम नीतीश कुमार ने किया मंजूर
पटना, 31 अगस्त। बिहार में नवगठित महागठबंधन सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही विवादों में घिर उठे मंत्री कार्तिकेय सिंह ने बुधवार को देर शाम अपना इस्तीफा दे दिया। सीएम नीतीश कुमार ने इस्तीफा तुरंत स्वीकार भी कर लिया और उसे राज्यपाल फागू चौहान के पास अपनी अनुशंसा के साथ भेज दी है।
नीतीश कुमार सरकार में 16 अगस्त को शपथ लेने वाले कार्तिकेय सिंह को अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद विधि मंत्री बनाए जाने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई थी और उनके इस्तीफे की मांग की थी। यही नहीं वरन, सात दलों वाले महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही भाकपा माले ने 17 अगस्त को कहा था कि कानून मंत्री को बनाए रखने से सरकार की छवि खराब होगी।
कार्तिकेय से कानून मंत्रालय छीनकर गन्ना विभाग का प्रभार सौंपा गया था
दिलचस्प तो यह रहा कि नीतीश कुमार ने मंगलवार को ही कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया था और उन्हें कानून मंत्री से हटाकर गन्ना मंत्री का प्रभार दिया था। फिलहाल कार्तिकेय ने मंत्रिमंडल से ही इस्तीफा देने का फैसला कर लिया। सीएम नीतीश कुमार ने कार्तिकेय का इस्तीफा स्वीकार करते हुए गन्ना उद्योग विभाग का अतिरिक्त प्रभार राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता को दे दिया है।
इससे पूर्व बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की ओर से जारी एक अधिसूचना में कहा गया था कि मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल सचिवालय के एक आदेश के आलोक में कार्तिकेय कुमार को विधि विभाग के स्थान पर गन्ना उद्योग विभाग एवं शमीम अहमद को गन्ना उद्योग विभाग के स्थान पर विधि विभाग का कार्य अगले आदेश तक आवंटित किया गया है।
बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने विभागों में फेरबदल को लेकर नीतीश पर कसा था तंज
वहीं भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने राज्य में इन मंत्रियों के विभागों में फेरबदल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था, ‘कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया गया। यह नीतीश की नई जीरो टॉलरेंस नीति है कि फंसाते भी हम हैं, बचाते भी हम हैं। हम ही लालू (राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष), तेजस्वी, अनंत सिंह, आनंद मोहन को फंसाएंगे और जब हमारे शरण में आ जाइएगा तो हम ही बचाएंगे।’