झारखंड : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद, अब चुनाव आयोग जारी करेगा अधिसूचना
रांची, 26 अगस्त। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में निर्वाचन आयोग के बाद राज्यपाल रमेश बैस ने भी अपना फैसला सुना दिया है और बरहेट विधानसभा सीट से झामुमो के विधायक सोरेन की विधानसभा की सदस्यता रद कर दी गयी है।
राज्यपाल रमेश बैस ने सोरेन की सदस्यता रद करने का किया फैसला
राज्यपाल रमेश बैस सीएम हेमंत सोरेन की सदस्यता रद किए जाने की जानकारी निर्वाचन आयोग और राज्य चुनाव आयोग को देंगे। इसके बाद चुनाव आयोग इस आशय अधिसूचना जारी करेगा। एक विधायक के तौर पर हेमंत सोरेन को अयोग्य घोषित किये जने के बाद उनका मुख्यमंत्री पद पर बने रहना मुश्किल हो गया है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन को जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 9ए के तहत दोषी माना है। इस संवैधानिक धारा के अंतर्गत दोषी पाए जाने के बाद हेमंत सोरेन की विधायकी जाना तय माना जा रहा था। इसके बाद झारखंड की राजनीति में गहमागहमी तेज हो गई है। ऐसे में मौजूदा संकट से निकलने के लिए हेमंत सोरेन ने पहले से ही रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
अटकलें तेज – सोरेन सुप्रीम कोर्ट जाएंगे या पत्नी कल्पना को बनाएंगे मुख्यमंत्री?
चर्चा है कि अपनी विधायकी खत्म किए जाने के बाद हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने संवैधानिक के जानकारों की राय ली है। दूसरी तरफ से चर्चा यह भी है कि सोरेन अपनी जगह पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बना सकते हैं, लेकिन कल्पना सोरेन सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ पाएंगी या नहीं? इसको लेकर भी पहले से विवाद शुरू हो गया है।
फिलहाल हेमंत सोरेन की सदस्यता समाप्त होने के बाद भी उनकी पार्टी झामुमो विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी रहेगी। झामुमो के फिलहाल 30 से ज्यादा विधायक हैं। हेमंत सोरेन भले ही प्रत्यक्ष तौर पर मुख्यमंत्री ना रहें, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से कमान उनके हाथों में ही रहेगी।
कांग्रेस व राजद जैसे सहयोगी दल झामुमो के साथ
इस बीच हेमंत सोरेन के आवास पर आज यूपीए के सभी विधायकों को बुलाया गया। मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के बाद विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि पूरी यूपीए एकजुट है। सरकार को कोई खतरा नहीं है क्योंकि कांग्रेस और राजद जैसे सहयोगी दलों ने झामुमो के साथ खड़ा रहने का फैसला सुनाया है।
झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य बोले – भाजपा के 16 विधायक पार्टी के संपर्क में
हालांकि भाजपा हर हाल में हेमंत सोरेन की विदाई करना चाहती है। भाजपा लगातार हेमंत सोरेन के इस्तीफे की मांग कर रही है, लेकिन हेमंत सोची समझी रणनीति के तहत कदम बढ़ा रहे हैं।
वहीं, झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि भाजपा के 16 विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के एक सांसद की वजह विधायकों में नाराजगी है।