नई दिल्ली, 16 जुलाई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की सर्वाधिक लोकप्रिय इवेंट यानी इंडियन प्रीमियर (आईपीएल) के प्रशंसकों के लिए खुशखबरी यह है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 2024 से शुरू होने वाले आगामी भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) में इस टी20 लीग के लिए ढाई माह का समय देने जा रही है। इस बाबत अंतिम निर्णय 25 और 26 जुलाई को बर्मिंघम में प्रस्तावित आईसीसी की वार्षिक आम बैठक में होने की उम्मीद है।
अब मार्च के आखिर से जून तक होंगे आईपीएल मैच
क्रिकेट की वैश्विक वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी के मसौदे में आईपीएल के लिए दो सप्ताह अधिक का समय है। पहले यह मार्च के आखिर से मई के आखिर तक चलता था, लेकिन अब दो सप्ताह के विस्तार के साथ यह जून तक चलेगा।
वस्तुतः अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में फ्रेंचाइजी टी 20 लीग की बढ़ती प्रधानता देखी जा रही है। यही वजह है कि एफटीपी में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के शेड्यूल में क्रमशः ‘द हंड्रेड’ और बीबीएल को भी शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आठ टीमों की आईपीएल में 60 मैच होते थे। लेकिन गत 29 मई को संपन्न लोकप्रिय लीग के 15वें संस्करण में गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जाएंट्स के जुड़ने के बाद इस बार 10 टीमों के आईपीएल में कुल 74 मैचों का आयोजन हुआ। बीसीसीआई ने जून में अगले पांच वर्षों के लिए अपने मीडिया अधिकारों की बिक्री पर 2023 में 74 मैचों और 2024, 2025 व 2026 में 84 मैचों से लेकर प्रति सीजन में अलग-अलग मैचों की संख्या निर्धारित की थी और सौदे के अंतिम वर्ष यानी 2027 में मैचों की अधिकतम संख्या 94 बताई गई है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पिछले माह की थी पुष्टि
पिछले महीने आईपीएल मीडिया अधिकार करार से इतर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पुष्टि की थी कि अगले एफटीपी में चकाचौंध से भरे इस टी20 लीग के लिए ढाई महीने के समय का प्रावधान होगा। शाह ने 13 जून को दिए साक्षात्कार में कहा था, ‘अगले आईसीसी एफटीपी कैलेंडर से आईपीएल में ढाई महीने की आधिकारिक विंडो होगी, ताकि सभी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भाग ले सकें। हमने विभिन्न बोर्डों के अलावा आईसीसी के साथ भी चर्चा की है।’
पीसीबी की ओर से इस प्रस्ताव के विरोध की संभावना
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) हालांकि इसका विरोध करेगा क्योंकि उसके खिलाड़ी इस लीग से प्रतिबंधित हैं। लेकिन रमीज राजा को आईसीसी के अन्य सदस्य से समर्थन मिलने की संभावना नहीं है। इसकी वजह है कि आईपीएल विदेशी खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा रकम का भुगतान करता है। खिलाड़ी के वेतन का 10 प्रतिशत हिस्सा उसके संबंधित बोर्ड को मिलता है। ऐसे में अधिकतर शीर्ष देश आईपीएल के दौरान कोई मैच नहीं रखते हैं।
पाकिस्तान के विरोध के बारे में पूछे जाने पर आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने हंसते हुए इसका जवाब दिया, ‘रमीज के साथ समस्या यह है कि उन्हें अपने देश के मीडिया से कुछ बातें कहनी होती हैं और वह वही करते हैं, जो उचित होता है। आईसीसी की बैठकों में हालांकि उनका प्रदर्शन वैसा नहीं होता है। उन्होंने कभी भी जोरदार विरोध नहीं किया। उन्हें पता है कि यह हो रहा है। बोर्ड इसे चाहता है और खिलाड़ी इसे चाहते हैं।’
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अपने खिलाड़ियों की अधिकतम उपलब्धता चाहते हैं
ईसीबी (इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड) और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया हालांकि यह सुनिश्चित करना चाहेंगे कि कार्यक्रम का निर्धारण इस तरह से हो कि दोनों देशों के बड़े खिलाड़ी अधिकतर मैचों के लिए उपलब्ध रहे। अंतिम मसौदा 25 और 26 जुलाई को बर्मिंघम में आईसीसी की वार्षिक आम बैठक में पेश किए जाने की उम्मीद है।