उत्तर प्रदेश : जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा मामले में 230 लोग गिरफ्तार, दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में काररवाई
लखनऊ, 11 जून। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर अब तक 230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी।
प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को विभिन्न जिलों में हुई हिंसा के सिलसिले में 230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें प्रयागराज में 68, हाथरस में 50, सहारनपुर में 48, अंबेडकरनगर में 28, मुरादाबाद में 25 और फिरोजाबाद में आठ गिरफ्तारियां शामिल हैं।
नष्ट हुई संपत्तियों की न्यायिक प्रक्रिया के तहत वसूली भी का जाएगी
उन्होंने बताया कि इन सभी जिलों में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में काररवाई होगी तथा उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो क्षति हुई है, उसकी वसूली भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जाएगी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और सहारनपुर समेत कई जिलों में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर जुमे की नमाज के बाद लोगों ने नारेबाजी और पथराव किया था।
प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर व लखनऊ जिलों में हुआ था प्रदर्शन और पथराव
लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, रामपुर और लखनऊ जिलों से नमाज के बाद नारेबाजी की सूचना मिली थी। पुलिस के मुताबिक लखनऊ के चौक इलाके में स्थित टीले वाली वाली मस्जिद के अंदर भी कुछ देर के लिए नारेबाजी हुई थी।
सहारनपुर से मिली सूचना के अनुसार नमाज के बाद कुछ लोगों ने हाथों मे तख्तियां लेकर नारेबाजी की थी। नेहरू बाजार इलाके में कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जबकि देवबंद में नमाज के बाद मदरसे के कुछ छात्रों ने पोस्टर—बैनर लेकर नारेबाजी की थी।
गौरतलब है कि गत तीन जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर के कुछ हिस्सों में भी हिंसा भड़क गई थी, जब एक समुदाय के सदस्यों ने नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के विरोध में दुकानों को बंद कराने का प्रयास किया था और इस दौरान ईंट-पत्थर फेंके गए थे।