यूपी विधानसभा होगी हाईटेक, जल्द ही लागू होने जा रहा ई-विधान सिस्टम, कार्यवाही का भी होगा सजीव प्रसारण
लखनऊ, 12 मई। उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने एक ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि यूपी विधानसभा जल्द ही हाईटेक होगी। उन्होंने यूपी विधानसभा को पेपर लेस करने के लिए बुधवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस दौरान उन्होंने सभी नेताओं से पहले सत्र को लेकर चर्चा भी की, जो 23 मई से शुरू होने जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस चर्चा में यूपी में ई-विधान सिस्टम को भी लागू करने की बात कही। साथ ही यह भी जानकारी दी कि यूपी विधानसभा हाईटेक व डिजिटल होगा। इसके सभी विभाग आपस में नहीं जोड़े जाएंगे बल्कि इसके सोशल मीडिया पर भी काम होगा।
यूपी विधानसभा को पेपरलेस करना चाहते हैं महाना
सतीश महाना ने कहा वह यूपी विधानसभा को पेपरलेस करना चाहते हैं। उनके अनुसार वे पूरे देश की विधानसभा को एक ही पोर्टल से जोड़ देना चाहते हैं, जिससे यह होगा कि जितने भी एजेंडे, नोटिस, प्रश्न और प्रश्न का जवाब हो, सब उसी पर हो और इसके अलावा बिल भी इस पर ही दिखाया जाएगा।
आज विधान भवन में 23 मई, 2022 से प्रारम्भ हो रहे 18वीं विधान सभा के प्रथम सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सर्वदलीय नेताओं के साथ बैठक की तथा ई-विधान के सम्बंध में विस्तृत चर्चा की। pic.twitter.com/27CJw8AOMK
— Satish Mahana (@Satishmahanaup) May 11, 2022
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि अभी अगर कोई प्रश्न करता है तो उसे उसके प्रश्न को पहले संबंधित विभाग को भेजना होता है और उसके बाद उसका जवाब आता है। ऐसे में जब ई-विधान सिस्टम लागू हो जाएगा तो यह समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा होता है कि वे यूपी विधानसभा को हाईटेक कर पाते हैं तो ऐसे में यह देश की पहली विधानसभा होगी, जो ई-विधान सिस्टम पर चलेगी। एक बार इसके लागू होने के बाद इसे राज्य के और विभागों से भी जोड़ने का विचार है।
सोशल मीडिया पर भी होगा काम
सतीश महाना ने यह भी कहा कि वह केवल विधानसभा को पेपरलेस ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसके लाइव प्रसारण पर भी काम करेंगे ताकि विधानसभा की कार्यवाही यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी लाइव हो सके। इसके पीछे उनका उद्देश्य यही है कि जनता यह लाइव दे सके कि उसके प्रतिनिधि उसकी समस्याओं को कैसे पेश कर रहे हैं। सतीश महाना ने इस पहल को पीएम मोदी का कदम बताया है और कहा कि उन्होंने ही सभी विधानसभाओं को ई-विधान लिए प्रेरित किया है।