चंडीगढ़, 1 मई। पंजाब के पटियाला में शुक्रवार को हुई हिंसा के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप -प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस मामले को उछालने और इस पर राजनीति करने के लिए विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि इस घटना के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) जिम्मेदार हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को यहां कहा कि यह झगड़ा दो समुदायों नहीं बल्कि राजनीतिक पार्टियों के बीच हुआ था। उन्होंने इसके लिए सीधे तौर पर भाजपा, शिअद (बादल) और शिअद (अमृतसर) को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि झगड़े में भाजपा के पटियाला शहरी के अध्यक्ष एवं महासचिव और शिवसेना के लोग शामिल पाए गए हैं। जल्द ही सारी साजिश से पर्दा उठ जाएगा।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि विपक्ष को आम आदमी पार्टी(‘आप’) की लोकप्रियता बर्दाश्त नहीं हो रही है। ‘आप’ के फैसलों और भ्रष्टाचार मुक्त सिस्टम को विरोधी झेल नहीं पा रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा इस विवाद के बाद शनिवार को पटियाला में श्री काली माता के मंदिर में माथा टेकने भी चले गए।
भाजपा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पटियाला हिंसा की जिम्मेदारी विपक्ष पर डालने पर उनकी आलोचना की है। भाजपा के प्रदेश महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने कहा कि कानून और व्यवस्था सरकार की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है तो उन्हें आरोपितों की पहचान करने से कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च की घोषणा एक सप्ताह पहले होने के बावजूद कदम उठाने में पुलिस और प्रशासन विफल रहे।
डॉ. शर्मा ने कहा,“ मंदिर पर हमले के बाद सैद्धांतिक तौर पर मुख्यमंत्री को पहले वहां जाना चाहिए था ताकि लोगों में दोबारा भरोसा कायम हो जाता, लेकिन मुख्यमंत्री हमारे (भाजपा नेताओं) वहां जाने की आलोचना कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के बाद सच्चाई सामने आ जाएगी।