ईडी की काररवाई पर बोले संजय राउत – ‘मैं बालासाहेब का अनुयायी, सबको करूंगा बेनकाब’
मुंबई, 5 अप्रैल। शिवसेना सांसद संजय राउत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से की गई काररवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह डरने वालों में से नहीं हैं। वह बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी हैं और सबको बेनकाब करेंगे।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने 1,034 करोड़ रुपये के पत्रा चाल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत और उनके एक करीबी प्रवीण राउत की करोड़ों की संपत्ति कुर्क कर ली है। ईडी की इस काररवाई के तहत पीएमएलए जांच में राउत से जुड़े अलीबाग के आठ प्लॉट और मुंबई के फ्लैट को अटैच किया गया है।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादक संजय राउत ने कहा, ‘मैं डरने वालों में से नहीं हूं, मेरी संपत्ति जब्त करो, मुझे गोली मारो, या मुझे जेल भेज दो, संजय राउत बालासाहेब ठाकरे का अनुयायी और एक शिव सैनिक है, वह सभी से लड़ेगा और बेनकाब करेगा। मैं चुप रहने वालों में से नहीं हूं, उन्हें नाचने दो। सच्चाई की जीत होगी।’
पीएमएलए के तहत ईडी ने की काररवाई
ईडी ने संजय राउत, उनकी पत्नी और सहयोगियों पर धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत यह काररवाई की है। ईडी ने जारी किए अपने बयान में कहा, ‘ईडी ने अस्थायी रूप से कुल 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की, जिनमें गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण राउत की भूमि, संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के दादर स्थित एक फ्लैट तथा वर्षा राउत एवं सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना पाटकर द्वारा अलीबाग में संयुक्त रूप से रखे गए प्लाट्स शामिल हैं।’
एनसीपी ने भाजपा पर बदले की राजनीति करने का लगाया आरोप
इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने ईडी द्वारा संजय राउत से जुड़ी संपत्तियों को कुर्क किए जाने के बाद भाजपा पर बदले की राजनीति करने और केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) नेताओं की आवाज दबाने का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एमवीए नेताओं को इसलिए निशाना बना रही है वह 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद राज्य में सरकार नहीं बना सकी थी। तापसे ने प्रवर्तन निदेशालय की काररवाई के समय पर भी सवाल उठाया और कहा कि जैसे ही महाराष्ट्र सरकार ने जांच एजेंसी के कुछ अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के राउत के आरोप की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, तो बदले में यह काररवाई की गई।
तापसे ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘केंद्र की भाजपा सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों की आवाज दबाने के लिए अपनी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। (महाराष्ट्र में) क्या चल रहा है? यह प्रतिशोध की राजनीति है, जो महाराष्ट्र में चल रही है।’ उन्होंने कहा कि राउत से जुड़ी संपत्तियों को इसलिए कुर्क किया गया कि उन्होंने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एमवीए के समर्थन में और भाजपा के खिलाफ बात की थी।