नई दिल्ली, 27 जनवरी। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि राष्ट्रीय लोकदल ( आरएलडी ) के नेता जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में गलत राह चुनी है और चुनाव नतीजों के बाद भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) के दरवाजे उनके लिए खुले रहेंगे। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जाट मतदाताओं को साधने की रणनीति के तहत श्री शाह ने जाट समुदाय के नेताओं के साथ यहां एक महत्वपूर्ण बैठक की। भाजपा सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा के आवास पर आयोजित हुई इस बैठक में करीब 400 जाट नेता शामिल हुए। इस बैठक को ‘सामाजिक भाईचारा बैठक’ का नाम दिया गया था।
बैठक में अमित शाह ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही आरएलडी को इशारों में ही भाजपा गठबंधन में शामिल होने का निमंत्रण दे दिया। अमित शाह ने जाट नेताओं को संबोधित करते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था में सुधार से लेकर किसानों की समस्याओं के मद्देनजर केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों की ओर से लिए गए निर्णयों का उल्लेख किया। उन्होंने जाट नेताओं से विधानसभा चुनाव में भाजपा को जिताने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा और जाट समुदाय की सोच एक जैसी ही है।
बैठक के बाद श्री वर्मा ने यूनीवार्ता से बातचीत करते हुए कहा कि जाट नेताओं ने श्री शाह के सामने दो प्रमुख मांगे रखीं, जिनमें गन्ने का भुगतान 14 दिन में किया जाए और जाटों को आरक्षण दिया जाए शामिल थीं। उन्होंने कहा की जाट नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को ‘भारत रत्न’ देने सहित किसानों के हितों से जुड़े अन्य मुद्दे भी उठाए गए और श्री शाह ने इन मुद्दों को हल करने का उन्हें पूरा आश्वासन दिया। श्री वर्मा ने बताया कि इस बैठक में किसान आंदोलन से जुड़े मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं हुई।