भाजपा का प्रियंका पर प्रहार – अलवर की दुष्कर्म पीड़िता दिव्यांग बच्ची का दर्द बांटने का उनके पास समय नहीं था
नई दिल्ली, 14 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान के अलवर में दिव्यांग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि इस जघन्य घटना के दौरान प्रियंका गांधी राजस्थान में ही अपना जन्मदिन मना रही थीं, लेकिन उनके पास पीड़िता का दर्द बांटने का समय नहीं था।
जघन्य घटना के दौरान राजस्थान में ही अपना जन्मदिन मना रही थीं प्रियंका
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘एक 15-16 वर्ष की नाबालिग दिव्यांग लकड़ी के साथ कांग्रेसशासित राज्य के अलवर में दुष्कर्म हुआ। एक गाड़ी खून से लथपथ उस लड़की को सड़क पर फेंककर जाती है। आज वह मासूम बेटी अस्पताल में अपने जीवन से लड़ रही है। जब अलवर में ये घटना हो रही थी, तब श्रीमती गांधी अलवर के बेहद नजदीक रणथम्भौर में अपना जन्मदिन मना रही थीं।’
Media briefing by Dr @sambitswaraj at party headquarters in New Delhi. https://t.co/wBpxAwK63f
— BJP (@BJP4India) January 14, 2022
संबित पात्रा ने कहा कि गैर कांग्रेसशासित राज्यों में आपराधिक घटनाओ को लेकर श्रीमती गांधी और उनके भाई कांग्रेस सांसद राहुल गांधी राजनीतिक रोटियां सेंकने और पीड़ितों के साथ फोटो खिंचवाने तुरंत पहुंच जाते हैं, लेकिन कांग्रेस के राज में ऐसी क्रूरतम और जघन्य दुष्कर्म की घटना को लेकर खामोश हो जाते हैं।
गहलोत सरकार से भी काररवाई सुनिश्चित करने के लिए नहीं की बातचीत
पात्रा ने कहा कि भाजपा सांसदों और नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित बच्ची को न्याय दिलाने की अपील लेकर श्रीमती गांधी से रणथम्बौर में मिलने का समय मांगा, लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया गया। श्रीमती गांधी ने अपनी ही पार्टी की अशोक गहलोत सरकार से इस मामले में काररवाई सुनिश्चित करने के लिए कोई बातचीत नहीं की।
उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा देती हैं, लेकिन कांग्रेसशासित राज्य में लड़कियों की आवाज को दबा दिया जाता है। उनकी पीड़ा को नहीं सुना जाता।
गौरतलब है कि मंगलवार को अलवर में एक मूक बधिर नाबालिग लड़की के साथ दिल्ली की ‘निर्भया’ की तरह दरिंदगी हुई। सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे ‘ओवरब्रिज’ से नीचे फेंक दिया गया। बच्ची की जान बचाने के लिए चिकित्सकों ने उसे अलवर से जयपुर रेफर किया, जहां बुधवार को उसकी सर्जरी की गई।