तेलंगाना में गरजे असम के सीएम हिमंत – अनुच्छेद 370 की तरह ओवैसी का नामोनिशान मिट जाएगा
हैदराबाद, 9 जनवरी। असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को तेलंगाना में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर प्रहार करते हुए कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब जैसे अनुच्छेद 370 की ही भांति ओवैसी का भी नामोनिशान मिट जाएगा।
भारत अब छद्म धर्मनिरपेक्षता व साम्प्रदायिकता की राजनीति करने वालों को नहीं मानेगा
वारंगल में एक रैली को संबोधित करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जैसे अनुच्छेद 370 खत्म हो गया, जैसे राम मंदिर बनने का काम शुरू हो गया, यहां से भी निजाम का नाम और निशान मिट जाएगा, ओवैसी का नाम और निशान मिट जाएगा। वह दिन ज्यादा दूर नहीं है क्योंकि भारत अब जाग चुका है। अब भारत छद्म धर्मनिरपेक्षता और साम्प्रदायिकता की राजनीति करने वालों को मानेगा नहीं। ज्ञातव्य है कि ओवैसी हैदराबाद से ही पिछले चार बार से लोकसभा सांसद हैं।
By betraying his people & aligning with Owaisi, KCR Garu has only hastened his downfall.
Bharat no longer reads about Nizams' history. The new Bharat reads the history of Sardar Patel, Rani Rudrama Devi & Kakatiyas. We have to take a pledge to take our country forward.@JPNadda pic.twitter.com/HlRnzNZo6x
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 9, 2022
तेलंगाना सरकार के आदेश संख्या 317 का हो रहा विरोध
गौरतलब है कि बिस्वा सरमा तेलंगाना सरकार के आदेश संख्या 317 को वापस लेने की मांग के तहत आयोजित भाजपा की रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। तेलंगाना सरकार का आदेश संख्या 317 कर्मचारियों और शिक्षकों को उनके तैनाती के जिलों में गैर-स्थानीय बनाता है। इसके साथ ही शिक्षकों का आरोप है कि उन पर जो व्यवस्था थोपी गई है, उसमें भारी गड़बड़ी है और पहुंच वाले लोगों को फायदा मिलता है।
The KCR Govt only made false promises of providing jobs to youth in the state, while our BJP govt in Assam will be fulfilling that promise in May.
KCR Garu is only concerned with his family and not the people of Telangana, who have suffered for long under his rule. @JPNadda pic.twitter.com/buL43dkOJn
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 9, 2022
गत दो जनवरी को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार शिक्षकों तथा अन्य सरकारी कर्मचारियों के समर्थन में धरने पर बैठने जा रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर लिया था। स्थानीय अदालत ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया था, जिसके बाद उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली थी।
The elitist, family-run and sycophants’ obsessed TRS is desperate and trying to muzzle sane and progressive voices. @BJP4India shall not allow throttling of democratic norms. We are with @bandisanjay_bjp ji in his fight against GO 317. We are for a progressive #Telangana. pic.twitter.com/AHTxP4XBDB
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 9, 2022
नड्डा और शिवराज कर चुके हैं प्रदेश सरकार के आदेश की आलोचना
इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य का दौरा कर प्रदेश सरकार के आदेश की आलोचना कर चुके हैं। अगले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी आदेश के खिलाफ एक रैली को संबोधित करेंगे।