वाराणसी, 23 दिसंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के करखियांव में बनास डेयरी संकुल एवं बायोगैस आधारित बिजली उत्पादन संयंत्र सहित लगभग दो हजार करोड़ रुपये की 27 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद आयोजित जनसभ को संबोधित करते हुए गोसेवा गोबर्धन का उल्लेख करते हुए विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया।
देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका पशुधन से चलती है
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे यहां गाय की बात करना, गोबर्धन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय माता है, पूजनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है।’
Delighted to be in Varanasi once again. Addressing a public meeting. #यूपी_में_श्वेत_क्रांति https://t.co/SkUfpAUZUg
— Narendra Modi (@narendramodi) December 23, 2021
डेयरी सेक्टर को मजबूत बनाने के लिए ही किया गया बनास डेयरी संकुल का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने डेयरी सेक्टर को मजबूत बनाने को लेकर कहा, ‘भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना, आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में आज यहां बनास डेयरी संकुल का शिलान्यास किया गया है। 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है। मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है।’
सर्टिफिकेशन के लिए कामधेनु गाय की विशेषता वाला एकीकृत लोगो भी लॉन्च
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर, पशुपालन, श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा, किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है। भारतीय मानक ब्यूरो ने इस निमित्त देशभर के लिए एकीकृत व्यवस्था जारी की है। सर्टिफिकेशन के लिए कामधेनु गाय की विशेषता वाला एकीकृत लोगो भी लॉन्च किया गया है। ये प्रमाण, ये लोगो दिखेगा तो शुद्धता की पहचान आसान होगी और भारत के दूध उत्पादों की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।’
प्राकृतिक खेती का एक बार फिर जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता गया, उस पर केमिकल वाली खेती हावी होती गई। धरती मां के कायाकल्प के लिए, हमारी मिट्टी की सुरक्षा के लिए, आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए, हमें एक बार फिर प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा। यही आज समय की मांग है।’
काशी और उत्तर प्रदेश के विकास को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मैं जब काशी के, उत्तर प्रदेश के विकास में डबल इंजन की डबल शक्ति और डबल विकास की बात करता हूं, तो कुछ लोगों को बहुत कष्ट होता है। ये वो लोग हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश की राजनीति को सिर्फ जाति, पंथ, मत-मजहब के चश्मे से ही देखा। इन लोगों ने कभी नहीं चाहा कि यूपी का विकास हो, यूपी की आधुनिक पहचान बने। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सड़क, पानी, बिजली, गरीबों के घर, गैस कनेक्शन, शौचालय, इनको तो वो विकास मानते ही नहीं।’
‘हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे, यूपी का विकास भी कर रहे’
उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की ये भाषा भी उनके सिलेबस से बाहर है। उनके सिलेबस में है – माफियावाद, परिवारवाद। उनके सिलबस में है – घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों के समय यूपी के लोगों को जो मिला और आज यूपी के लोगों को हमारी सरकार से जो मिल रहा है, उसका फर्क साफ है। हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे हैं, यूपी का विकास भी कर रहे हैं।