केरल में भारी बारिश से अब तक 18 की मौत, बाढ़ में दर्जनों लापता, मुख्यमंत्री ने सेना से मांगी मदद
तिरुवनंतपुरम, 17 अक्टूबर। कोरोना महामारी की सबसे ज्यादा मार पहले ही झेल रहे दक्षिण तटीय राज्य केरल के दक्षिण और मध्य हिस्से में भारी बारिश के बाद कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन से अब तक कम से कम अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दर्जनभर से अधिक लोग लापता हैं।
बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार को राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से मदद का अनुरोध करना पड़ा है। बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं जबकि कई विस्थापित हुए हैं। राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं।
कोट्टयम, इडुकी और पथनमथिट्टा जिलों के पहाड़ी इलाकों में कुछ वैसी ही हालत हो गई है, जैसी स्थिति वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ के दौरान उत्पन्न हुई थी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और भयभीत होने की जरूरत नहीं है। दावे के बावजूद राज्य पुलिस और दमकल विभाग की राहत टीमें बाढ़ और खराब मौसम की वजह से प्रभावित इलाकों तक नहीं पहुंच पा रही है। मौसम विभाग की मानें तो आज भी बारिश होगी, मगर पहले की तुलना में कम होगी।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा – स्थिति गंभीर
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को कहा कि स्थिति गंभीर है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि नवीनतम मौसम पूर्वानुमान संकेत दे रहा है कि हालात अब इससे अधिक खराब नहीं होंगे। अधिकारियों ने बताया कि थलसेना, वायुसेना और नौसेना के जवान कोट्टयम के कूट्टीकल और इडुकी के पेरुवनथानम पहाड़ी गांव पहुंच रहें हैं। वहां पर नदी कई घरों को बहा ले गई है और कई लोग विस्थापित हुए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक चेतावनी पत्र भेजा है, जिसमें लोगों से बेहद सावधान रहने और पहाड़ों या नदियों के पास यात्रा करने से बचने का आग्रह किया गया है।
कोट्टयम में भूस्खलन की चार घटनाओं की सूचना
उधर सहकारिता एवं पंजीकरण मंत्री वी. एन. वासवन ने कहा,‘कोट्टयम जिले के विभिन्न हिस्सों से कम से कम चार भूस्खलन की घटनाओं की सूचना है। हमने वायुसेना से सहयोग मांगा है ताकि कोट्टीकल इलाके में फंसे लोगों को बचाया जा सके। हमें कुछ लोगों के लापता होने की सूचना है और 60 से अधिक लोग बचाव कार्य का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि पानी घरों में घुस गया है।’
गृह मंत्री अमित शाह बोले – हर संभव मदद करेंगे
केरल में आए इस संकट के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को हर संभव मदद देने का भरोसा जताया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को केरल में जरूरतमंद लोगों के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। अमित शाह ने ट्विटर पर कहा कि केंद्र स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।
We are continuously monitoring the situation in parts of Kerala in the wake of heavy rainfall and flooding. The central govt will provide all possible support to help people in need. NDRF teams have already been sent to assist the rescue operations. Praying for everyone’s safety.
— Amit Shah (@AmitShah) October 17, 2021
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘हम भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। केंद्र सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव मदद करेगी। बचाव कार्यों में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को पहले ही भेजा जा चुका है। सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।’
श्रद्धालुओं को सबरीमाला मंदिर न जाने की सलाह
इस बीच त्रावणकोर देवासम बोर्ड ने भगवान अयप्पा के भक्तों से अनुरोध किया कि वे 17 और 18 अक्टूबर को सबरीमाला मंदिर में जाने से परहेज करें क्योंकि राज्य के पठानमथिट्टा जिले में भारी बारिश और पंबा नदी में खतरनाक स्तर पर वाटर लेवेल बढ़ना जारी है।
छह जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने पठानमथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों को रेड अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा सात जिलों – तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलाप्पुझा, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।