लखीमपुर, 12 अक्टूबर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा बीते दिनों लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान मृत किसानों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार को तिकुनिया में आयोजित अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हुईं। प्रियंका के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू भी थे।
संयुक्त किसान मोर्चा ने मंच पर नहीं दी जगह
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले घटनास्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर लगभग 30 एकड़ इलाके में आयोजित अरदास कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत और राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी भी पहुंचे। हालांकि प्रियंका गांधी और चौधरी को मंच पर जगह नहीं मिली। प्रियंका मंच के नीचे बैठकर किसानों को सुनती नजर आईं।
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से मंच से कहा गया, ‘हम प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा का स्वागत करते हैं। मगर हम लोगों का यह निर्णय है कि किसान संयुक्त मोर्चा का मंच किसी राजनैतिक व्यक्ति से साझा नहीं किया जाएगा।’
तिकुनिया पहुँचकर कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi लखीमपुर खीरी नरसंहार के शहीद किसानों की अंतिम अरदास में शामिल हुई।
किसान इस देश की रीढ़ है और उनको न्याय दिलाना, मजबूत रखना हमारा ध्येय है। pic.twitter.com/nlD5ZFZJ2Q
— Congress (@INCIndia) October 12, 2021
इसके पूर्व प्रियंका गांधी मंगलवार सुबह लखीमपुर जाने के लिए अमौसी एयरपोर्ट पहुंचीं थीं। प्रियंका के साथ एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी जमा हुए थे। इसे देखते हुए एयरपोर्ट पर पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रियंका गांधी को एयरपोर्ट पर रोकने का भी प्रयास किया गया था, लेकिन कार्यकर्ताओं की जबरदस्त नारेबाजी और प्रियंका की जिद के आगे प्रशासन झुका और उन्हें लखीमपुर के लिए भेज दिया गया।
किसानों को रास्ते में जगह-जगह रोकने की कोशिश
अरदास में शामिल होने जा रहे पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों के किसानों को रास्ते में जगह-जगह पुलिस की ओर से रोकने की कोशिश की गई। वहीं, जयंत चौधरी को बरेली एयरपोर्ट पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। हालांकि कुछ देर बाद उन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में गत अक्टूबर को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इनमें चार किसान और चार अन्य लोग शामिल हैं। इसके बाद इस हिंसा में घायल पत्रकार की भी मौत हो गई थी।