महबूबा मुफ्ती के बिगड़े बोल – यदि सब्र की दीवार टूटी तो अमेरिका की ही तरह भारत का भी हश्र होगा
श्रीनगर, 21 अगस्त। अनुच्छेद 370 हटाने के साथ जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीने जाने के बाद से ही केंद्र सरकार की लगातार मुखालफत कर रहीं राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद शनिवार को एक बेतुके बयान से भारतीय राजनीति में हलचल पैदा कर दी है।
दरअसल, पीडीपी नेता ने कुलगाम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को चेतावनी दे डाली। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘वह अपने पड़ोस (अफगानिस्तान) की ओर नजर घुमाएं, जहां सुपर पावर अमेरिका को भी बैग पैक करके भागने को मजबूर होना पड़ा है। अगर भारत ने वाजपेयी डॉक्टरिन के तहत पाकिस्तान से दोबारा बातचीत शुरू नहीं की तो उसे भी ऐसे ही बर्बाद होना पड़ेगा। सरकार कश्मीरियों के सब्र का इम्तेहान न ले। उसे एक दिन परास्त होना पड़ेगा।’
‘मैं बार-बार कहती हूं, सुधर जाओ, पाकिस्तान से बात शुरू करो’
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘मैं बार-बार कहती हूं, सुधर जाओ। पड़ोस में देखो क्या हो रहा है। अमेरिका को बोरिया-बिस्तर लेकर जाना पड़ा। जिस तरह से वाजपेयी जी ने पाकिस्तान से बात शुरू की थी, उसी तरह से बात शुरू करो, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी। जेके के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, इस गलती को सुधारो। लोग सोचते हैं कि ये क्या करेंगी। लेकिन कभी-कभी एक चींटी हाथी के सूंड़ में घुस जाती है तो उसका भी जीना मुश्किल कर देती है।’
पीडीपी प्रमुख ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कश्मीरी कमजोर नहीं हैं। वे बहादुर और धैर्यशील हैं। यह उनका साहस और धैर्य ही है कि उन्होंने अब तक बंदूक नहीं उठाई है। जिस दिन उनका धैर्य जवाब दे दिया, उस दिन सब कुछ खत्म हो जाएगा।
देश के तालिबानीकरण की कोशिश कर रही बीजेपी
महबूबा ने कहा कि कांग्रेस ने आज तक इस देश को बचाए रखा है। हालांकि कांग्रेस नेताओं से भी कई गलतियां हुई हैं, लेकिन उसने देश को एक बनाए रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी देश के टुकड़े-टुकड़े करवाना चाहती है। वह देश का तालिबानीकरण करने की कोशिश कर रही है।
…….तो जम्मू-कश्मीर कभी भी भारत को नहीं मिलता
उन्होंने कहा कि जिस वक्त देश आजाद हुआ, उस वक्त मुस्लिम बहुल जम्मू-कश्मीर एक स्वतंत्र रियासत था। पंडित नेहरू और कांग्रेस की नीतियों की वजह से जम्मू-कश्मीर भारत में मिलने को तैयार हो गया। अगर उस समय बीजेपी केंद्र की सत्ता में होती और आज की तरह उस समय भी हठधर्मिता दिखाती तो जम्मू-कश्मीर कभी भी भारत को नहीं मिलता।
तालिबान से जम्मू-कश्मीर के लोगों को नुकसान न पहुंचाने की अपील
महबूबा ने भारत सरकार और तालिबान को एक तराजू में तोलते हुए कहा कि वे ऐसी कोई भी हरकत न करें, जिससे पूरी दुनिया उनके साथ हो जाए। महबूबा ने केंद्र से कहा कि वह अफगानिस्तान में फंसे जम्मू-कश्मीर के लोगों को वापस लेकर आए। साथ ही तालिबान से अपील की कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों को कोई नुकसान न पहुंचाए।
भाजपा ने महबूबा के बयान को बताया राष्ट्रद्रोह
इस बीच जम्मू-कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने महबूबा मुफ्ती के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते उसे राष्ट्रद्रोह बताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग राष्ट्रभक्त हैं। वे महबूबा के भड़काऊ बयानों में नहीं आने वाले। उन्होंने कहा कि महबूबा अपनी सियासी जमीन खिसकती देख ऐसे बयान दे रही हैं। जो भारत के खिलाफ षडयंत्र करेगा, उसे मिट्टी में दफन कर दिया जाएगा।