उत्तर प्रदेश : अखिलेश यादव चुनावी साइकिल पर सवार, महंगाई-बेरोजगारी के मुद्दे पर योगी सरकार को कोसा
लखनऊ, 5 अगस्त। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को राजधानी लखनऊ में पूर्व समाजवादी दिग्गज जनेश्वर मिश्र की जयंती पर साइकिल यात्रा निकाली और इसी बहाने बेरोजगारी, तेल की बढ़ती कीमतों व किसान कानून सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को जमकर कोसा।
पार्टी मुख्यालय से जनेश्वर मिश्र पार्क तक साइकिल यात्रा
अखिलेश यादव विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय से सपा के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यरकर्ताओं के साथ साइकिल चलाते हुए जनेश्वर मिश्र पार्क पहुंचे। वहां उन्होंने जनेश्वर मिश्र की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साइकिल यात्रा में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे। दिलचस्प तो यह है कि सपा का चुनाव चिह्न भी साइकिल ही है।
दरअसल, इस साइकिल यात्रा का मुख्य उद्देश्य डीजल और पेट्रोल की आसमान छूती कीमतें, गैस की बढ़ती कीमतों के साथ ही बेरोजगारी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाना है। इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को जेल से रिहा करने की भी खास मांग रखी गई है। लखनऊ के अलावा प्रदेश की सभी तहसीलों पर सपा कार्यकर्ताओं ने पांच से 10 किलोमीटर तक साइकिल यात्राएं निकालीं।
यूपी में अगले वर्ष एक बार फिर सपा की सरकार बनेगी
सपा अध्यक्ष ने साइकिल यात्रा से पहले पार्टी मुख्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुंकार भरी कि 2022 में उत्तर प्रदेश में एक बार फिर समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा, ‘हम यूपी को नई दिशा देना चाहते हैं। साथ ही साथ आज उन लोगों को भी याद करते हैं, जो कोरोना की वजह से नहीं रहे। यह सरकार की विफलता थी कि बड़ी संख्या में लोग मारे गए।’
अखिलेश ने कहा, ‘योगी सरकार हर चीज में नाकाम रही। ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं करवा पाई। जनता में नाराजगी है। आने वाले समय में हो सकता है, लोग एसपी को 400 सीटें भी जितवा दें। आज ऐसी स्थिति ऐसी है कि भाजपा के पास प्रत्याशी कम पड़ेंगे। ये लोग चुनाव आते-आते अपराधियों के कितना करीब पहुंच गए।’
‘भाजपा ने मैनिफेस्टो नहीं खोला, ये लोग मनी फेस्टो बनाते हैं’
सपा मुखिया ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा ने अब तक अपना मैनिफेस्टो नहीं खोला है। यह लोग मनी फेस्टो बनाते हैं। जैसे जैसे चुनाव आ रहा, इन्हें दलित और मुस्लिम याद आ रहे। इनके लिए कोई काम नहीं किया, सिवाय जेल भेजने के। चुनाव के समय करीब आना चाहते हैं।’
अखिलेश ने कहा, ‘भाजपा की काम करने की संस्कृति नहीं रही है। सपा के काम का उद्घाटन नाम बदलकर किया जा रहा है। उन्हीं का फीता काट रहे और अपराधियों का स्वागत कर रहे हैं। पंचायत चुनाव में अध्यापकों की बलि देने में बीजेपी नंबर वन, रोजगार मांगने वाले नौजवानों पर लाठी चलाने वालों में नंबर वन। विभिन्न लोगों को जेल में डालने में नंबर वन। विशेष धर्म पर अत्याचार करने में नंबर वन है।’
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘बीजेपी कहती है कि हमारे सीएम को लैपटॉप चलाना नहीं आता, इसलिए नहीं बांटा। किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। बीजेपी को ये बताना चाहिए। आज भी गन्ना मूल्य बकाया है। जनता की ही जासूसी कर रहे हैं।’