तेहरान, 19 जून। कट्टरपंथी नेता इब्राहीम रईसी ईरान के नए राष्ट्रपति निर्वाचित घोषित किए गए हैं। अति-रूढ़िवादी विचार की शख्सियत माने जाने वाले रईसी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्लाह अली खमेनेई के कट्टर समर्थक और करीबी माने जाते हैं। उन्हें 2019 में ईरान की न्यायपालिक का प्रमुख नियुक्त किया गया था। सुप्रीम लीडर के बाद ईरान के राष्ट्रपति का देश में दूसरा सर्वोच्च अधिकारी माना जाता है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईरान के गृह मंत्री अब्दुलरजा रहमानी फजली ने गृह मंत्रालय में राष्ट्रपति चुनाव के अंतिम नतीजे का एलान किया। चुनाव आयोग के अध्यक्ष जमाल ओर्फ ने बताया, ‘90 फीसदी यानी 2.86 करोड़ मतों की गिनती होने तक रईसी को 1.78 करोड़ वोट मिले थे।’
रईसी ने ईरान के नागरिकों को धन्यवाद दिया
नतीजों की घोषणा के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने मौजूदा राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की। फिर दोनों नेता मीडिया के सामने आए। रईसी ने चुनावों में जीत के लिए ईरान के नागरिकों का धन्यवाद करने के साथ कहा कि वह सभी के भरोसे पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोगों की बेहतरी के लिए काम करने का हरसंभव प्रयास करेगी।
गौरतलब है कि शुक्रवार को ईरान में राष्ट्रपति के चुनाव के लिए वोट डाले गए थे। राष्ट्रपति पद की रेस में कुल चार उम्मीदवार थे। चुनावी दौड़ में एकमात्र उदारवादी उम्मीदवार अब्दुलनासिर हेम्माती बहुत पीछे रह गए। बहरहाल, खमेनेई ने इब्राहीम रईसी के सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी को अयोग्य करार दे दिया था। इसके बाद इब्राहीम रईसी ने यह बड़ी जीत हासिल की।
चुनाव बहिष्कार का किया था एलान
इब्राहीम रईसी की उम्मीदवारी के कारण ईरान में मतदाता वोटिंग के प्रति उदासीन नजर आए और पूर्व कट्टरपंथी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद सहित कई लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया था। इस बार मतदान प्रतिशत 2017 के पिछले चुनाव के मुकाबले काफी कम रहा।
उदारवादी उम्मीदवार हेम्माती ने दी रईसी को बधाई
उदारवादी उम्मीदवार और ईरान के सेंट्रल बैंक के पूर्व प्रमुख हेम्माती और पूर्व रेवोल्यूशनरी गार्ड कमांडर मोहसिन रेजाई ने इब्राहिम रईसी को बधाई दी। हेम्माती ने शनिवार तड़के इंस्टाग्राम के माध्यम से इब्राहिम रईसी को मुबारकबाद दी। उन्होंने लिखा, ‘मुझे उम्मीद है कि आपका प्रशासन ईरान के इस्लामी गणराज्य को गर्व करने लायक बनाएगा, महान राष्ट्र ईरान के कल्याण के साथ जीवन और अर्थव्यवस्था में सुधार करेगा।’
इब्राहीम रईसी पर पहले से ही अमेरिकी प्रतिबंध
जीत की आधिकारिक घोषणा के बाद इब्राहीम रईसी पहले ईरानी राष्ट्रपति होंगे, जिन पर पदभार संभालने से पहले ही अमेरिका प्रतिबंध लगा चुका है। उन पर यह प्रतिबंध 1988 में राजनीतिक कैदियों की सामूहिक हत्या के लिए और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना झेलने वाली ईरानी न्यायपालिका के मुखिया के तौर पर लगाया गया था।
कट्टरपंथियों की पकड़ होगी मजबूत
फिलहाल इब्राहीम रईसी की जीत से ईरान सरकार पर कट्टरपंथियों की पकड़ मजबूत होगी। उनकी ताजपोशी ऐसे समय में हो रही है, जब परमाणु समझौते को बचाने के लिए ईरान के साथ विश्व शक्तियों की विएना में बातचीत चल रही है। ईरान फिलहाल यूरेनियम का बड़े स्तर पर संवर्धन कर रहा है और परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका व इजरायल के साथ ईरान का तनाव काफी बढ़ा हुआ है।