लखनऊ, 30 अक्टूबर। अगले वर्ष प्रस्तावित उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की बढ़ती सरगर्मियों के बीच शनिवार का दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए काफी अहम रहा, जब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक साथ छह विधायकों ने मायावाती का साथ छोड़ सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। बात यहीं तक सीमित नहीं थी वरन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भी एक विधायक ने साइकिल की सवारी का विकल्प चुन लिया।
इन विधायकों ने चुनी साइकिल की सवारी
बसपा के असलम राइनी (भिनगा-श्रावस्ती), असलम अली चौधरी (ढोलाना-हापुड़), मुजतबा सिद्दीकी (प्रतापपुर-प्रयागराज), हाकिम लाल बिंद (हांडिया-प्रयागराज), हरगोविंद भार्गव (सिधौली-सीतापुर) व सुषमा पटेल (मुंगरा बादशाहपुर-जौनपुर) ने साइकिल की सवारी चुनी जबकि भाजपा के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर
अखिलेश बोले – आने वाले समय में भाजपा का सफाया हो जाएगा
इन सभी विधायकों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के खिलाफ जनाक्रोश इतना है, जनता इतनी दुखी है कि आने वाले समय में भाजपा का सफाया हो जाएगा।
ऐसे बहुत लोग हैं, जो सपा में आना चाहते हैं
अखिलेश ने कहा, ‘बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो सपा में आना चाहते हैं। आने वाले समय में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी। भाजपा ने घोषणापत्र के वादों को पूरा नहीं किया। उसने वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। लेकिन आज किसान ये जानना चाहता है कि किसानों की आय दोगुनी कब होगी। आज सभी जरूरी सामान महंगे हो गए हैं।’
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 30, 2021
भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाकर कूड़े में फेंक दिया
सपा प्रमुख ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा ने 2017 में लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाकर कूड़े में फेंक दिया। भाजपा के संकल्प पत्र का कोई भी पेज देख लीजिए, एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। भाजपा वाले पन्ना प्रभारी तो बनाते हैं, लेकिन अपने ही बनाए पन्ने को नहीं पढ़ा।
धान खरीद नहीं हो पा रही, मेट्रो भी नहीं बनी
अखिलेश ने कहा कि अधिकतम मूल्य पर धान की खरीद का वादा किया गया था। आज उत्तर प्रदेश में किसान के धान की खरीद नहीं हो पा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि झांसी और मथुरा में मेट्रो बनेगी। लेकिन कहीं मेट्रो नहीं बनी। सिर्फ उन्हीं शहरों में मेट्रो का काम हुआ है, जो सपा काल में पास हुए थे।
उन्होंने सरकार से पूछा कि किसानों और खेती का कौन सा अच्छा काम किया। बुंदेलखण्ड के लोगो ने सबसे ज्यादा भाजपा पर भरोसा किया, लेकिन जितना ज्यादा भरोसा जनता ने किया, उतना बड़ा धोखा भाजपा ने दिया। शिक्षण संस्थानों को चौपट कर दिया गया है। एक सोच विशेष के लोगों को बैठा दिया गया ताकि सालों तक उसी सोच के लोग आते रहें।