यूपी निकाय चुनाव : प्रथम चरण के 37 जिलों में 52 फीसदी वोटिंग, महाराजगंज में सर्वाधिक 66.48 फीसदी मतदान
लखनऊ, 4 मई। उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण में गुरुवार को नौ मंडलों के 37 जिलों में 52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने देर शाम बताया कि पहले चरण के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चला।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार शाम पांच बजे तक लखनऊ में 38.62 फीसदी, वाराणसी में 40.58 प्रतिशत, आगरा में 40.32 फीसदी, गोरखपुर में 42.43 प्रतिशत और प्रयागराज में 33.61 फीसदी वोट पड़े थे। सबसे ज्यादा वोट महाराजगंज (66.48) में पड़े, जिसके बाद शामली (65.02), कुशीनगर (64.11) और अमरोहा (63.41) का स्थान रहा।
बड़े शहरों के मुकाबले छोटे शहरों में वोटिंग के प्रति ज्यादा उत्साह
वैसे देखा जाए तो मई की लू और तपन वाली गर्मी नदारद थी, फिर भी शहरी मतदाता अपनी सरकार बनवाने को वोट देने के लिए घरों से नहीं निकले। बड़े शहरों के नगर निगमों के मुकाबले छोटे शहरों यानी नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में अपेक्षाकृत मतदाताओं ने ज्यादा उत्साह दिखाया। वोटर लिस्ट में नाम न होने की वजह से भी ढेरों लोगों को मतदान से वंचित रहना पड़ा। ऐसी शिकायतें राजधानी लखनऊ समेत अधिकतर जिलों में रहीं। वर्ष 2017 के शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 52.59 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। 2017 में तीन चरणों में मतदान हुआ था और कुल मतदान प्रतिशत 53 था।
पश्चिमी यूपी के अमरोहा जिले में हिंसा व पथराव, आधा दर्जन लोग घायल
कुल मिलाकर देखें तो अधिकतर जगहों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से हिंसा, पथराव और हंगामे की खबरें आईं। पुलिस के अनुसार, पथराव में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। अमरोहा के जिलाधिकारी बाल कृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि गजरौला इलाके में एक मतदान केंद्र पर दो पक्षों के समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई।
चंदौली मेंनगर पंचायत चकिया के वार्ड संख्या 3 में पुनर्मतदान का फैसला
राज्य निर्वाचन आयुक्त कुमार ने बताया कि अति संवेदनशील स्थलों पर सतत निगरानी के लिए वीडियोग्राफी, सीसीटीवी व वेबकास्टिंग की व्यवस्था कराई गई थी। उन्होंने बताया, ‘चंदौली की नगर पंचायत चकिया के वार्ड संख्या तीन शमशेर नगर के सदस्य पद के मतपत्र में नाम की त्रुटि के कारण पुनर्मतदान कराए जाने का निर्णय लिया गया है। त्रुटि की जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। जांचोपरान्त संबंधित कार्मिक के विरूद्ध नियमानुसार काररवाई की जाएगी।’
पहले चरण में सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर और वाराणसी मंडल के 37 जिलों में वोट डाले गए। इन जिलों में 2.40 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। पहले चरण में नगर निगमों के 10 महापौर और 820 पार्षदों, 103 नगर पालिका परिषद अध्यक्षों, 2,740 नगर पालिका परिषद सभासदों, 275 नगर पंचायत अध्यक्षों और 3,645 नगर पंचायत सदस्यों समेत कुल 7,593 पदों के लिए 44 हजार से अधिक उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
आयोग के बयान के अनुसार, नगर निगमों के 10 पार्षदों समेत कुल 85 प्रतिनिधि पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे नगर निकाय चुनावों को शहरी मतदाताओं के बीच राजनीतिक दलों के असर के आकलन की कसौटी माना जा रहा है।
दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को, 13 मई को मतगणना होगी
निर्वाचन आयोग के मुताबिक प्रदेश में दो चरणों में ये हो चुनाव हो रहे हैं। दूसरे चरण के लिए 11 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतगणना होगी। नगर निगमों के महापौर और पार्षद पद के लिए मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से हुआ है जबकि बाकी पदों के लिए मतदान मतपत्र से हुआ।