बिहार के 4.39 लाख बाढ़ पीड़ितों को 307 करोड़ की मदद, सीएम नीतीश ने खाते में भेजे में 7-7 हजार रुपये
पटना, 4 अक्टूबर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार शाम राज्य के 13 जिलों के 4.39 लाख बाढ़ पीड़ित परिवारों को 7-7 हजार रुपये की अनुग्रह सहायता राशि प्रदान की। डीबीटी के माध्यम से पीड़ितों के बैंक खाते में राशि का भुगतान किया गया। मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इन परिवारों के बीच करीब 307 करोड़ रुपये का वितरण किया।
द्वितीय चरण के बाढ़ से प्रभावित परिवारों को 9 अक्टूबर तक मिलेगी राशि
सीएम नीतीश कुमार ने इस अवस पर कहा कि प्रथम चरण की बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में आज 7-7 हजार रुपये की आनुग्रहिक राहत राशि हस्तांतरित की गई है। उन्होंने अधिकारियों को द्वितीय चरण के बाढ़ से प्रभावित परिवारों को दुर्गा पूजा के पूर्व (9 अक्टूबर तक) उनके खाते में राशि अवश्य हस्तांतरित कराने का निर्देश दिया।
आज 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ से प्रथम चरण की बाढ़ से प्रभावित 13 जिलों के 4.39 लाख परिवारों को डी०बी०टी० (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के द्वारा सीधे उनके खाते में 7 हजार रूपये प्रति परिवार की दर से कुल 307 करोड़ रूपये की आनुग्रहिक राहत की राशि का हस्तांतरण किया। शेष बचे बाढ़ से… pic.twitter.com/eqVO33NtHn
— Nitish Kumar (@NitishKumar) October 4, 2024
राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा भी की
इसके बाद सीएम नीतीश ने बाढ़ के दौरान चलाए गए राहत एवं बचाव कार्य से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराते रहें। सरकार में आने के बाद से आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए हमलोग लगातार तत्पर रहते हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन और उन्हें हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ से हुई फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच यथाशीघ्र राशि का भुगतान कराने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान जिन बांधों को क्षति पहुंची है, उनका शीघ्र पुनर्स्थापन कार्य करायें। साथ ही पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनर्स्थापन कार्य भी जल्द से जल्द कराये। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़जनित बीमारियों को लेकर चिकित्सा सेवा की पूरी व्यवस्था रखें।
समीक्षा बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 20 सितम्बर से 29 सितम्बर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि से 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए। प्रथम चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। द्वितीय चरण में 29 सितम्बर से नेपाल एवं उत्तर बिहार के समीपवर्ती जिलों में हुई भारी वर्षापात के कारण गंडक, कोसी आदि नदियों में जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप सभी काररवाई की जा रही है और प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।