उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत का मामला : नोएडा की दवा कम्पनी मैरियन बायोटेक के 3 अधिकारी गिरफ्तार
नोएडा, 3 मार्च। उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस ने नकली दवा बनाने और बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान अतुल रावत, तुहिन भट्टाचार्य और मूल सिंह के रूप में की गई है और ये सभी नोएडा की दवा निर्माता कम्पनी मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी हैं।
मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित कफ सिरप पीने के बाद उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की कथित तौर पर मौत हो गई थी। उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से ऐसा दावा किया गया था।
गौरतलब है यह मामला सामना आने के बाद पिछले वर्ष गौतम बुद्ध नगर के फेस – 2 पुलिस स्टेशन में ड्रग और कॉस्मेटिक एक्ट- 1940 के तहत कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था। उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से किए गए दावे के बाद भारत सरकार और यूपी सरकार भी हरकत में आई थी और मामले की जांच शुरू की गई थी।
उज्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से लगाए गए आरोपों के अनुसार 18 बच्चों की मौत के लिए नोएडा की दवा कम्पनी मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड में बनी ‘डॉक-1 मैक्स’ दवा जिम्मेदार थी। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने इस मामले में जांच शुरू की थी और रिपोर्ट आने तक मैरियन बायोटेक में किसी भी तरह के दवा उत्पादन पर प्रतिबंध लगा दिया था। उत्तर प्रदेश के भी दवा नियंत्रण विभाग ने मैरियन बायोटेक के उत्पादन लाइसेंस को निलंबित कर दिया था।
नोएडा पुलिस आयुक्त कार्यालय ने तीन लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि गाजियाबाद के ड्रग इंस्पेक्टर आशीष ने थाना फेस -3 में बीती रात, 2 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में कम्पनी की डायरेक्टर जया जैन, सचिन जैन, ऑपरेशन हेड तुहिन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावल और मूल सिंह आदि के खिलाफ धारा 274, 275, 276, औषधि प्रसाधन सामग्री अधिनियम 17,17ए,17 -बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इनमें ऑपरेशन हेड तुहिन भट्टाचार्य, मैन्युफैक्चरिंग केमिस्ट अतुल रावल और मूल सिंह गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि कम्पनी के मालिक व मालकिन फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।