अफ्रीकी देश कांगो में मंकीपॉक्स के 1,284 संदिग्ध मामले, जानें क्या हैं लक्षण
किंशासा, 21 मई। अफ्रीकी महाद्वीप में स्थित देश कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में मंकीपॉक्स के कम से कम 1,284 संदिग्ध मामलों के मिलने और 58 मौतें दर्ज होने की सूचना मिली है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसकी जानकारी दी। कांगो में संगठन के कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी, कांगो के संकुरू, त्शोपो, इक्वेटूर और त्शुपा जैसे प्रांतों में 913 मामलों की सूचना मिली है, जो देश भर में कुल दर्ज मामलों का लगभग 75 प्रतिशत है।
मंकीपॉक्स एक बेहद कम संक्रामक बीमारी है, जिसमें संक्रमित मरीज के बेहद निकट संपर्क में आने पर ही संक्रमण का खतरा बना रहता है। इसमें मरीज को बहुत हल्का बुखार आता है और अधिकतर लोग कुछ ही हफ्तों में ठीक भी हो जाते हैं। बुखार, बदन दर्द, सिर दर्द, शरीर में सूजन, थकान और फफोले पड़ जाने जैसे कुछ इसके कुछ प्रमुख लक्षण हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंकीपॉक्स के कुछ मामले ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और अमेरिका से सामने आये हैं।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि मंकीपॉक्स के दो तरह के वैरिएंट हैं। पहला कांगो स्ट्रेन, जो बेहद गंभीर है। हालांकि इसमें मृत्यु दर 10 फीसदी है। वहीं दूसरा पश्चिमी अफ्रीका स्ट्रेन, जिसमें मृत्यु दर एक फीसदी है। हाल ही में ब्रिटेन में सामने आए मंकीपॉक्स के मामले पश्चिम अफ्रीकी स्ट्रेन हैं। मंकीपॉक्स खासतौर पर चूहों और बंदरों के जरिये इंसानों के बीच फैलती है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से भी फैल सकती है। ये वायरस फटी हुई त्वचा, रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट, आंख, नाक या मुंह के जरिये शरीर में पहुंच सकता है।