यूपी : झांसी मेडिकल कॉलेज के SNCU में लगी भीषण आग से 10 बच्चों की मौत, 37 बच्चे बचाए गए
झांसी, 15 नवम्बर। यूपी के झांसी जिले में शुक्रवार देर-रात दर्दनाक हादसा हुआ, जब महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (SNCU) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने एवं दम घुटने से मौत हो गई।
नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में कुल 47 बच्चे भर्ती थे
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस वार्ड में आग लगी थी, उसमें 47 नवजात भर्ती थे। अंतिम जानकारी मिलने तक वार्ड से अन्य 37 नवजात शिशुओं को बाहर निकाल लिया गया था। हादसे की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। दस नवजात की मौत से अस्पताल परिसर में कोहराम मच गया। माता-पिता भी अपने नवजातों को बचाने की गुहार लगा रहे थे।
सीएम योगी ने लिया घटना का संज्ञान
सीएम योगी ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को तत्काल झांसी जाने के लिए कहा। उनके साथ प्रमुख स्वास्थ्य सचिव भी झांसी रवाना हुए। सीएम योगी ने घटना की जांच रिपोर्ट 12 घंटे में देने को कहा है। कमिश्नर और डीआईजी हादसे की जांच कर रहे हैं। जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है।
जनपद झांसी स्थित मेडिकल कॉलेज के NICU में घटित एक दुर्घटना में हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःखद एवं हृदयविदारक है।
जिला प्रशासन तथा संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों को संचालित कराने के निर्देश दिए हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 15, 2024
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रात करीब पौने ग्यारह बजे एसएनसीयू वार्ड से धुआं निकलता दिखा। वहां मौजूद लोगों ने शोर मचाया। जब तक कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। वहां भगदड़ मच गई।
नवजातों को बाहर निकालने की कोशिश हुई, लेकिन, धुआं एवं दरवाज पर आग की लपट होने से नवजात समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। कुछ देर बाद दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर नवजातों को बाहर निकाला जा सका। अंतिम समाचार मिलने तक वार्ड से 10 नवजात शिशुओं के शव बाहर निकाले जा चुके थे। मौके पर रोते-बिलखते परिजनों का जमावड़ा हुआ था।
मेडिकल कॉलेज की बिजली काटी गई
मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। वहीं सेना का दमकल वाहन मौके पर पहुंचा और आनन-फानन में बचाव कार्य शुरू किया गया। इस क्रम में मेडिकल कॉलेज की बिजली काट दी गई।