तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठा यासीन मलिक, कहा- मेरे मामले की सही जांच नहीं हो रही है
नई दिल्ली, 23 जुलाई। राजधानी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट का मुखिया यासीन मलिक जेल के अंदर भूख हड़ताल पर बैठ गया है। आतंकी यासीन मलिक का कहना है जो उसका मामला विचाराधीन चल रहा है उस पर सही से जांच नहीं की जा रही है इसलिए वह भूख हड़ताल पर बैठा है। जेल के आलाअधिकारी भी यासीन मलिक से बात करने पहुंचे लेकिन उसने भूख हड़ताल छोड़ने से मना कर दिया।
इससे पहले मलिक ने 13 जुलाई को दिल्ली के विशेष अदालत से पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबिया सईद के अपहरण से जुड़े मामले में प्रत्यक्ष रूप से पेश होने और गवाहों से खुद जिरह करने की अनुमति मांगी थी। मलिक ने कहा था इसकी अनुमति न मिलने पर वह अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेगा।
- वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश हुआ मलिक
मलिक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अदालत के समक्ष पेश हुआ। मलिक ने कहा था कि उसने अदालत में प्रत्यक्ष रूप से पेश होने की अनुमति के लिए सरकार को पत्र लिखा है।
दरअसल यह मामला आठ दिसंबर, 1989 को रुबिया सईद के किडनैपिंग से जुडा है। केंद्र में उस वक्त बीजेपी-समर्थित वी. पी. सिंह सरकार थी। सरकार ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जकेएलएफ) के पांच आतंकवादियों को रिहा कर दिया था जिसके बाद किडनैपर्स ने रुबिया को आजाद कर दिया था।
- इस मामले में मलिक को सुनाई गई है उम्रकैद की सजा
दिल्ली की एक अदालत (Court) ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को 25 मई को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। मलिक को “आतंकवादी” गतिविधियों के लिए धन जुटाने के मामले यह सजा सुनाई गई थी।