विश्व बैंक : वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (पीटीआई)। निवेश और घरेलू मांग के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। विश्व बैंक की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल की पृष्ठभूमि में भारत लगातार लचीलापन दिखा रहा है।
विश्व बैंक के इंडिया डेवलपमेंट अपडेट के मुताबिक भारत दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है और यहां 2023-24 में वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। मुद्रास्फीति पर रिपोर्ट में कहा गया कि खाद्य पदार्थों की कीमतें सामान्य होने और सरकारी कदमों से प्रमुख वस्तुओं की सप्लाई बढ़ाने में मदद मिलने से इसके धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है।
मुद्रास्फीति पर रिपोर्ट में कहा गया कि खाद्य पदार्थों की कीमतें सामान्य होने और सरकारी कदमों से प्रमुख वस्तुओं की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलने से इसके धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है। इसके अलावा विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया में इस साल 5.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने का अनुमान है, जो दुनिया के किसी भी अन्य विकासशील देश क्षेत्र की तुलना में अधिक है।
कमजोर विदेशी मांग के परिणामस्वरूप माल निर्यात की वृद्धि धीमी होने का अनुमान है, हालांकि मजबूत सेवा निर्यात से इसकी भरपाई हो जाएगी। रोजगार संकेतक कमजोर रहे हैं, हालांकि उचित नीतियों के साथ देश की आर्थिक वृद्धि अधिक रोजगार सृजन कर सकती है।