1. Home
  2. हिन्दी
  3. खेल
  4. ओली पोप व प्रथम प्रवेशी हार्टली के यादगार प्रदर्शन से इंग्लैंड ने पलट दी बाजी, हैदराबाद टेस्ट में भारत 28 रनों से परास्त
ओली पोप व प्रथम प्रवेशी हार्टली के यादगार प्रदर्शन से इंग्लैंड ने पलट दी बाजी, हैदराबाद टेस्ट में भारत 28 रनों से परास्त

ओली पोप व प्रथम प्रवेशी हार्टली के यादगार प्रदर्शन से इंग्लैंड ने पलट दी बाजी, हैदराबाद टेस्ट में भारत 28 रनों से परास्त

0
Social Share

हैदराबाद, 28 जनवरी। गेंद और बल्ले की कश्मकश यानी ‘क्रिकेट’ को अनिश्चितताओं का खेल यूं ही नहीं कहा जाता। यहां उप्पल स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में यह तथ्य एक बार फिर चरितार्थ हुआ, जब तीसरे दिन चायकाल तक संघर्षरत इंग्लैंड ने मध्यक्रम बल्लेबाज ओलिवर पोप व फिर प्रथम प्रवेशी वामहस्त ऑर्थोडॉक्स स्पिनर टॉम हार्टली के यादगार प्रदर्शन से बाजी पलट दी और प्रथम पारी में मजबूत बढ़त के बाद आसान जीत की आस लगा चुका भारत चौथे दिन रविवार को 28 रनों की शर्मनाक हार गले लगा बैठा।

पोप के मैराथन शतक के बाद हार्टली (7-62) ने टीम इंडिया के जबड़े से छीन ली जीत

नि:संदेह इंग्लैंड की इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ ओली पोप और टॉम हार्टली को ही जाता है, जिन्होंने एक तरह से टीम इंडिया के जबड़े से जीत छीन ली। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि मिलिडसेक्स के 26 वर्षीय बल्लेबाज पोप ने जरूरत के वक्त मैराथन शतकीय प्रहार (196 रन, 278 गेंद, 373 मिनट, 21 चौके) से पहले इंग्लैंड को 230 रनों की बढ़त दिला दी, जो पहली पारी में 190 रनों से पिछड़ा हुआ था।

उसके बाद लंकाशर काउंटी के 24 वर्षीय गेंदबाज हार्टली का नंबर आया, जिन्हें डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में दो विकेट के लिए 131 रन खर्च करने पड़े थे। लेकिन इससे अविचलित गेंदबाज ने 26.2-5-62-7 का विश्लेषण निकालते हुए स्पिन खेलने में महारत प्राप्त गहराई भरी भारतीय बल्लेबाजी पंक्ति ध्वस्त कर दी और मेजबानों की दूसरी पारी 69.2 ओवरों में 202 रनों पर सिमट गई।

घरेलू मैदान पर पहली पारी में 100 रनों की बढ़त के बाद भारत की पहली हार

कुल मिलाकर देखें तो हार-जीत तो खेल का हिस्सा होता है। लेकिन यह शर्मनाक हार भारतीय टीम और उसके समर्थक वर्षों नहीं भूलेंगे। इसकी वजह यह है कि टीम इंडिया को अपने टेस्ट इतिहास में घरेलू मैदान पर पहली पारी में 100 से ज्यादा रनों की बढ़त मिलने के बाद पहली बार पराजय का सामना करना पड़ा। भारत ने अब तक घरेलू मैदानों पर खेले टेस्ट मैचों में 70 बार 100 से ज्यादा रनों की बढ़त हासिल की और उनमें 35 बार जीत हासिल की थी, लेकिन एक भी मैच नहीं गंवाया था।

कप्तान के तौर पर घरेलू टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा के नाम एक और खराब रिकॉर्ड

इतना ही नहीं, भारत को 12 वर्षों बाद लगातार तीन टेस्ट मैचों में एक भी जीत नहीं नसीब हुई। इससे पहले रोहित शर्मा एंड कम्पनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें से एक मैच गंवाया था और एक ड्रॉ रहा था। एक कप्तान के तौर पर घरेलू टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा के लिए भी यह खराब रिकॉर्ड है। वह अब तक सात मैचों में भारत में कप्तानी करने उतरे हैं और टीम को दो मैचों में हार झेलनी पड़ी है। उनके मुकाबले विराट कोहली ने अपने करिअर में 31 टेस्ट मैचों में भारतीय सरजमीं पर कप्तानी की, लेकिन सिर्फ दो ही मुकाबले गंवाए थे।

इंग्लैंड की दूसरी पारी 420 रनों पर जाकर ठहरी

उल्लेखनीय है कि तीसरे दिन दूसरे सत्र में एक समय इंग्लैंड के पांच विकेट 163 रनों पर गिर चुके थे, तभी ओली पोप चट्टान बनकर खड़े हो गए। पोप के निर्भीक शतक और साथी बल्लेबाजों के साथ उनकी उपयोगी पारियों की मदद से मेहमानों की दूसरी पारी आज लंच के ठीक पहले 102.1 ओवरों में 420 रनों पर समाप्त हुई।

दूसरी पारी में सिर्फ रोहित 30 के ऊपर पहुंच सके

लंच के बाद भारत दूसरी पारी में उतरा तो उसे पूरे पांच सत्रों में जीत के लिए 231 रनों की दरकार थी। ठोस बल्लेबाजी पंक्ति को देखते हुए भारत का अदना सा समर्थक भी मान कर चल रहा था कि उनकी टीम आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लेगी, जिसने पहली पारी में 436 रनों का स्कोर खड़ा किया था। लेकिन यह क्या, पिच में व्याप्त टर्न व अनियमित उछाल के बीच हार्टली एवं उनके साथी गेंदबाजों के सामने संतोषजनक शुरुआत के बाद अचानक मेजबान बल्लेबाजी भहरा गई और सिर्फ कप्तान रोहित (39 रन, 58 गेंद, सात चौके) 30 के ऊपर पहुंच सके।

स्कोर कार्ड

हालांकि रोहित व यशस्वी (15) ने पहले विकेट पर 42 रनों की साझेदारी की। लेकिन 12वें ओवर में हार्टली ने यशस्वी और शुभमन गिल (0) को लौटाकर ऐसा गेट खोला कि लाइन ही लग गई। हार्टली ने ही रोहित को मायूस किया और चाय पर स्कोर 3-95 रन था। लेकिन तीसरा सत्र शुरू होते ही अक्षर पटेल (17), केएल राहुल (22 रन, 48 गेंद, तीन चौके), रवींद्र जडेजा (2) व श्रेयस अय्यर (13) 24 रनों की वृद्धि पर निकल गए (7-119)। यहीं भारत को हार की आहट सुनाई दे गई थी।

आधे घंटे के अतिरिक्त समय में इंग्लैंड की जीत पर लगी अंतिम मुहर

श्रीकर भरत (28 रन, 59 गेंद, तीन चौके) व रविचंद्रन अश्विन (28 रन, 84 गेंद, दो चौके) ने आठवें विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी से थोड़ी आस जगाई, लेकिन हार्टली ने लगातार ओवरों में इन दोनों को लौटाकर उम्मीदें खत्म कर दीं। 64वें ओवर में 177 पर नौवां विकेट गिरने के बाद अंग्रेज कप्तान बेन स्टोक्स ने अम्पायरों से अतिरिक्त समय की मांग की, जिन्होंने शाम पांच बजे आधा घंटे का अतिरिक्त समय दिया। अंततः हार्टली ने ही 70वें ओवर में मो. सिराज को विकेट के पीछे कैच करा भारतीय पारी समाप्त कर दी।

पोप व हार्टली ने आठवें विकेट के लिए जोड़े 80 रन

इससे पहले इंग्लैंड ने पिछली शाम के स्कोर छह विकेट पर 316 रनों से आगे खेलना शुरू किया और पोप की, जो तीसरी शाम 148 पर खेल रहे थे, बदौलत दूसरी पारी में अच्छी खासी बढ़त बना ली। पोप के साथ पारी आगे बढ़ाने वाले रेहान अहमद (28 रन, 53 गेंद, तीन चौके) को बुमराह (4-41) ने लौटाकर 64 रनों की साझेदारी तोड़ी। इसके बाद पोप व टॉम हार्टली (34 रन, 52 गेंद, चार चौके) ने 80 रनों की साझेदारी से स्कोर 400 के पार पहुंचाया।

दूसरे दोहरे शतक से चार रन दूर रह गए ओली पोप

अश्विन (3-126) ने 419 के स्कोर पर हार्टली को बोल्ड मारकर भागीदारी तोड़ी और 12 गेंदों के भीतर अंतिम तीन विकेट निकल गए। बुमराह की गेंद पर अंतिम बल्लेबाज के रूप में बोल्ड होने वाले ओली पोप अपने दूसरे दोहरे शतक से चार रन दूर रह गए। फिलहाल उन्होंने मेहमानों को इतनी लीड प्रदान कर दी थी कि वे अंत में मैदान से इतराते हुए बाहर आए।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code