हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस किसे बनाएगी मुख्यमंत्री? ये तीन नाम सबसे आगे, बगावत का भी डर
शिमला, 8 दिसम्बर। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना के रुझानों और परिणामों को देखा जाए तो मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता नजर आ रहा है। बिना किसी सीएम चेहरे के चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस लगभग 40 सीटों पर जीतती नजर आ रही है। 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा में बहुमत के लिए 35 सीटें चाहिए। फिलहाल सरकार बनाने के लिए तैयार दिख रही कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार होने के चलते समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि पार्टी में मुख्यमंत्री पद के कम से कम आठ दावेदार हैं। इस पर धर्मशाला के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा, ‘कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, जहां कोई भी मुख्यमंत्री बनने का सपना देख सकता है। वह आठ सीएम उम्मीदवारों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन मैं कह सकता हूं कि और भी हो सकते हैं। आखिरकार, इससे पता चलता है कि कांग्रेस कितनी लोकतांत्रिक है।’
मुख्यमंत्री पद की दौड़ में ये 3 नाम सबसे आगे
फिलहाल हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस के तीन नेता सबसे आगे नजर आ रहे हैं। सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री और प्रतिभा सिंह इस दौड़ में दूसरों से आगे माने जाने वाले तीन नेता हैं। प्रतिभा सिंह मौजूदा सांसद हैं और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। वहीं सुखविंदर सुक्खू और अग्निहोत्री अपनी सीटों पर जीतते नजर आ रहे हैं।
वैसे इस रेस में दो नाम और थे – आशा कुमारी और कौल सिंह ठाकुर। लेकिन ये दोनों कांग्रेस नेता अपनी सीट गंवाने के चलते दौड़ से स्वतः हट गए हैं। डलहौजी से छह बार की विधायक आशा कुमारी का अपनी सीट से हारना तय है। वहीं मंडी के द्रांग निर्वाचन क्षेत्र से लगातार आठ बार विधायक रहे ठाकुर भी इस सीट से हार गए हैं।
सुखविंदर सिंह सुक्खू
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के प्रचार समिति के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मध्य हिमाचल की नादौन सीट से चुनाव लड़ा था। पार्टी कैडर के बीच अपनी खास छवि रखने वाले सुखविंदर तीन बार के विधायक हैं। उन्हें सीएम पद के सबसे मजबूत दावेदारों में माना जाता है। आधिकारिक तौर पर, सुक्खू ने कहा है कि सीएम का फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।
मुकेश अग्निहोत्री
हिमाचल प्रदेश में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने दक्षिण-पश्चिम हिमाचल की हरोली से चुनाव लड़ा। चार बार के विधायक मुकेश पहली बार 2003 में संतोकगढ़ से चुने गए थे। लेकिन इस बार परिसीमन में इस सीट के नाम बदल गया। मुकेश 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता चुने गए थे।
प्रतिभा सिंह
प्रतिभा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की प्रमुख हैं। उन्होंने बुधवार को संकेत दिया कि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो ‘होली लॉज’ (परिवार का पैतृक घर) मुख्यमंत्री पद के लिए इच्छुक है। वीरभद्र सिंह का पिछले साल निधन हो गया था। उनके विधायक पुत्र विक्रमादित्य ने 12 नवंबर को शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ा था। उनकी मां और मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं थीं। पार्टी अगर उन्हें इस पद के लिए चुनती है, तो उन्हें अगले छह महीने के भीतर राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित होने की आवश्यकता होगी।
2013 के उपचुनाव में जयराम ठाकुर को हरा चुकी हैं प्रतिभा सिंह
प्रतिभा सिंह पहली बार 2004 में मध्य हिमाचल के मंडी से महेश्वर सिंह को हराकर लोकसभा के लिए चुनी गई थीं। 2013 के उपचुनाव में उन्होंने मौजूदा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को उसी सीट से हराया था, जिसका प्रतिनिधित्व उनके मुख्यमंत्री बनने से पहले उनके पति करते थे। वह भाजपा के राम स्वरूप शर्मा की मृत्यु के बाद मंडी से सांसद चुनी गईं।
सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करते हुए उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कई लोगों को लगा कि पहली बार वीरभद्र सिंह हमारे बीच नहीं हैं और उन्हें उनका कर्ज चुकाना होगा। उन्होंने कहा, “अगर जीतने वाले कांग्रेस उम्मीदवारों में से अधिकतर ‘होली लॉज’ और ‘राजा साहब’ का नाम लेते हैं और उनकी विरासत को पहचानते हैं, तो यह भावना पार्टी आलाकमान तक पहुंच जाएगी।”