कुशीनगर, 15 जून। कुशीनगर में रामकोला नगर पंचायत में बुधवार को मध्यरात्रि बाद दर्दनाक हादसा हुआ, जब सोते वक्त पूरा परिवार जल मरा। इस हादसे में पांच बच्चों सहित छह लोगों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रामकोला नगर पंचायत के उर्दहा वार्ड नंबर दो बापूनगर निवासी नवमी की झोपड़ी में मध्यरात्रि बाद करीब 12.30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसमें झुलस कर पांच मासूम बच्चों समेत उसकी पत्नी की मौत हो गई। भोर में एसपी व डीएम ने उर्दहा गांव पहुंच घटना की जानकारी ली। पुलिस में सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रामकोला थाना क्षेत्र के उर्दहा गांव निवासी सरयू खटीक के दो बेटे हैं। इनमें एक बेटा परिवार लेकर लुधियाना पंजाब रहता है। दूसरा नवमी अपनी पत्नी संगीता (38), बेटी अंकिता (10), लक्ष्मीन (9), रीता (3), गीता (2) और एक साल के बेटे बाबू के साथ गांव में रहता था। सरयू और उसकी पत्नी बगल की अलग झोपड़ी में रहते हैं।
नवमी ने बताया कि तीन दिन से पत्नी से उसका किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। पत्नी ने अपने मायके इसकी जानकारी दी तो वहां से नवमी को कहा गया कि संगीता को मायके पहुंचा दे। नवमी ने इनकार कर दिया। गुस्से में संगीता ने बुधवार की रात खाना नहीं बनाया। नवमी ने दिन का बचा चावल नमक और प्याज बच्चों को खिलाया और झोपड़ी के बाहर पेड़ के नीचे चटाई बिछाकर बच्चों के साथ सो गया।
नवमी के अनुसार रात 12 बजे के बाद संगीता आई और सभी बच्चों को जगा कर एक-एक कर झोपड़ी में ले गई। इसके आधे घंटे बाद करीब 12.30 बजे झोपड़ी से आग की लपटें निकलने लगीं। बच्चे चिल्ला रहे थे तो वह भाग कर झोपड़ी में पहुंचा, लेकिन अंदर से बांस का दरवाजा बंद था। आग विकराल हो चुकी थी। शोर सुनकर गांव के लोग जुटे। फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग पर काबू किया, तब तक मां व पांच मासूम बच्चों की जलकर मौत हो चुकी थी। इस परिवार की रिहायशी झोपड़ी और उसमे रखा सामान जलकर राख हो चुका था। आग के चलते झोपड़ी में रखा गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हुआ था।
मौके पर पहुंचे डीएम रमेश रंजन ने बताया कि झोपड़ी में आग लगने से महिला और उसके पांच मासूम बच्चों की मौत हो गई है। आग कैसे लगी, इसकी जांच पुलिस कर रही है।