श्रीमाता वैष्णो देवी व गाजीपुर सिटी के बीच 15 जुलाई से फिर चलेगी साप्ताहिक विशेष ट्रेन
वाराणसी, 6 जुलाई। रेल प्रशासन ने श्रीमाता वैष्णो देवी के दर्शनार्थ जाने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आगामी 15 जुलाई से गाजीपुर सिटी व श्रीमाता वैष्णो देवी साप्ताहिक विशेष ट्रेन फिर से संचालित करने का फैसला किया है।
पूर्वोत्तर रेलवे, वाराणसी मंडल के जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार गाड़ी संख्या 04656 श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा-गाजीपुर सिटी साप्ताहिक विशेष गाड़ी 15 जुलाई, 2021 से अगली सूचना तक प्रत्येक गुरुवार को श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा से तथा गाड़ी संख्या 04655 गाजीपुर सिटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा साप्ताहिक विशेष गाड़ी 16 जुलाई, 2021 से अगली सूचना तक प्रत्येक शुक्रवार को गाजीपुर सिटी से चलाई जाएगी। इन गाड़ियों में सभी कोच आरक्षित श्रेणी के होंगे तथा यात्रियों को कोविड-19 के मानकों का पालन करना होगा।
श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा से यह विशेष ट्रेन 15 जुलाई से प्रत्येक गुरुवार को भोर में 5.25 बजे रवाना होगी और जम्मूतवी, पठानकोट कैण्ट, जालंधर कैण्ट, लुधियाना, अम्बाला कैण्ट, सहारनपुर, मुरादाबाद, लखनऊ होते हुए दूसरे दिन सुल्तानपुर, जौनपुर सिटी, जौनपुर व औड़िहार के रास्ते सुबह छह बजे गाजीपुर सिटी पहुचेगी।
इसी प्रकार वापसी यात्रा में गाजीपुर सिटी से यह विशेष गाड़ी 16 जुलाई से प्रत्येक शुक्रवार को पूर्वाह्न 8.30 बजे प्रस्थान करेगी और औड़िहार, जौनपुर, जौनपुर सिटी, सुल्तानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद होते हुए दूसरे दिन सहारनपुर, अम्बाला कैण्ट, लुधियाना, जालंधर कैण्ट, पठानकोट कैण्ट व जम्मूतवी के रास्ते मध्याह्न 12.30 बजे श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा पहुंचेगी।
इस ट्रेन में शयनयान श्रेणी के सात, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के चार, वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के एक, साधारण द्वितीय श्रेणी के तीन, पेंट्रीकार तथा जनरेटर सह लगेज यान के दो कोचों सहित कुल 18 कोच लगाए जाएंगे।
- तत्कालीन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने पूर्वांचल को दी थी इस ट्रेन की सौगात
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा उप राज्यपाल मनोज सिन्हा संसद में गाजीपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं और मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेल राज्य मंत्री के पद पर रहते उन्होंने 28 सितम्बर, 2017 को पूर्वांचल के श्रद्धालुओं को इस साप्ताहिक ट्रेन की सौगात दी थी। हालांकि कोरोना काल में अन्य सैकड़ों ट्रेनों की तरह यह ट्रेन भी रद कर दी गई थी।