झारखंड विधानसभा चुनाव : पहले चरण का मतदान खत्म, शाम 5 बजे तक 64.86 प्रतिशत वोटिंग, लोहरदगा सबसे आगे
रांची, 13 नवम्बर। झारखंड विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण ढंग से खत्म हो गया। पहले चरण में 15 जिलों की 43 सीटों के लिए शाम पांच बजे तक 64.86 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इन निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ था। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और पूर्व सांसद गीता कोड़ा सहित कुल 683 उम्मीदवारों की चुनावी किस्ममत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद हो गई।
2019 चुनाव का मतदान प्रतिशत (63.9) पीछे छूटा
निर्वाचन आयोग की ओर से शाम पांच बजे तक के अपडेट के अनुसार झारखंड के मतदान केंद्रों पर 64.86 फीसदी मतदान दर्ज किया गया, जो 2019 के विधानसभा चुनावों में इन 43 विधानसभा क्षेत्रों में हुए 63.9 प्रतिशत मतदान से पहले ही अधिक है।
शाम पांच बजे की अवधि के दौरान 15 जिलों में लोहरदगा 73.21 फीसदी मतदान के साथ सबसे आगे रहा जबकि हजारीबाग (59.13 फीसदी) फिसड्डी रहा। हालांकि कुछ मतदान केंद्रों पर शाम पांच बजे के बाद भी मतदान जारी था, जहां मतदाता मतदान का समय समाप्त होने से पहले कतार में इंतजार कर रहे थे। इस प्रकार मतदान प्रतिशत में और बढ़ोतरी हो सकती है।
छिटपुट घटनाओं को छोड़ मतदान में उत्सवी माहौल रहा और सभी जिलों में उत्साहपूर्ण भागीदारी रही, जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी आबादी और वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्र भी शामिल हैं। पहली बार मतदान करने वाले, बुजुर्ग, महिलाएं, दिव्यांग और आदिवासी सहित विभिन्न समूहों के मतदाता 15 जिलों के मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए, वे धमकियों और बहिष्कार के आह्वान से अप्रभावित रहे।
गढ़वा जिले के बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में, जिसे कभी उग्रवादियों का गढ़ माना जाता था, हेसातु मतदान केंद्र पर लंबी कतारें और शांतिपूर्ण मतदान ने लोकतांत्रिक मूल्यों की गहरी पैठ का संकेत दिया। पहली बार बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यह मतदान केंद्र स्थापित किया गया, जिससे निवासियों को अपने गांव में ही मतदान करने की सुविधा प्रदान की गई।
वायनाड संसदीय क्षेत्र व 10 राज्यों के 31 विधानसभा क्षेत्रों में भी उपचुनाव संपन्न
इसके साथ ही, आज केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र और 10 राज्यों के 31 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी हुए। सिक्किम के दो विधानसभा क्षेत्रों में निर्विरोध मतदान हुआ। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्तद्वय ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू के साथ मिलकर 15,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर स्थिति पर लगातार नजर रखी।
आयोग द्वारा सावधानीपूर्वक योजना और निरंतर निगरानी ने सुनिश्चित किया है कि इस बार झारखंड चुनाव सुचारु और सुव्यवस्थित रहे हैं और अब तक कोई पुनर्मतदान दर्ज नहीं किया गया है। मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 100 फीसदी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी।