रूस में संसदीय चुनाव : व्लादिमीर पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी का बहुमत कायम, लगभग 50 फीसदी मत मिले
मॉस्को, 20 सितम्बर। रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सत्तारूढ़ युनाइटेड रसिया पार्टी ने संसदीय चुनाव में फिर बहुमत हासिल कर लिया है। हालांकि अब तक मिले चुनाव परिणाम दर्शाते हैं कि पार्टी ने अपना लगभग 20 प्रतिशत समर्थन खो दिया है। अंतिम समाचार मिलने तक लगभग 90 फीसदी मतों की गिनती के बाद राष्ट्रपति पुतिन की पार्टी को लगभग 50 प्रतिशत और निकटतम प्रतिद्वंद्वी कम्युनिस्ट पार्टी को लगभग 20 प्रतिशत वोट मिले थे।
वर्ष 2016 के मुकाबले जनाधार में 20 फीसदी की कमी
संयुक्त रशिया पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी आंद्रेई तुर्चक ने दावा किया कि उनकी पार्टी देश की संसद द स्टेट ड्यूमा में 450 में से 300 से अधिक सीटें जीतेगी। वैसे 2016 में हुए संसदीय चुनाव में यूनाइटेड रसिया पार्टी का प्रदर्शन इससे बेहतर रहा था और उसे 54 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे।
कोविड महामारी के कारण तीन दिनों तक कराया गया मतदान
ज्ञातव्य है कि रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा के लिए शुक्रवार से चुनाव शुरू हुए थे। कोविड महामारी के कारण तीन दिनों तक मतदान कराने का फैसला किया गया था। पुतिन की पार्टी ने हालांकि रविवार शाम को खत्म हुए तीन दिवसीय मतदान के कुछ घंटे बाद ही अपनी जीत का दावा कर दिया था।
चुनाव आयोग ने अनियमितताओं के दावों को किया खारिज
हालांकि पुतिन के सबसे मुखर आलोचकों को चुनाव में भाग लेने से रोक दिया गया था और जिन उम्मीदवारों को खड़े होने की अनुमति दी गई थी, उनकी गहन जांच पड़ताल की गई थी। इसके साथ ही चुनाव में मतपत्रों की हेराफेरी और और जबरन मतदान के भी ढेरों आरोप लगाए गए हैं। लेकिन रूस के चुनाव आयोग ने व्यापक अनियमितताओं के दावों को खारिज कर दिया है।
कुल मिलाकर देखें तो चुनाव परिणाम दर्शाते हैं कि व्लादिमीर पुतिन की लोकप्रियता बनी हुई है। लोग उन्हें पश्चिमी देशों के समक्ष मजबूती से खड़े रहने और राष्ट्रीय गौरव बहाल करने का श्रेय देते हैं। देश के राजनीतिक परिदृश्य में किसी बदलाव की संभावना नहीं है क्योंकि पुतिन 1999 से ही राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री के रूप में सत्ता पर काबिज रहे हैं और वह 2024 में होने वाले अगले राष्ट्रपति चुनाव की ओर भी मजबूती से बढ़ रहे हैं।