डब्ल्यूटीसी फाइनल में हार के बाद बोले विराट – सिर्फ एक मैच से विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम का फैसला अनुचित
साउथैम्पन, 24 जून। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में न्यूजीलैंड से पराजय के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी मुख्य कोच रवि शास्त्री के उस कथन से सहमति जताई है कि डब्ल्यूटीसी चैंपियन का फैसला सिर्फ एक फाइनल से नहीं बल्कि ‘बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स’ से होना चाहिए।
गौरतलब है कि बारिश के चलते रिजर्ड डे तक खिंचे डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड ने बुधवार को भारत के खिलाफ आठ विकेट की सहज जीत दर्ज की और टेस्ट क्रिकेट के 144 वर्षों के इतिहास में पहला विश्व चैंपियन देश बना। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग की शीर्ष दो टीमों के बीच यह खिताबी जंग थी।
बीते सत्र में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पिछड़ने के बाद ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली टीम इंडिया विश्व नंबर एक की पोजीशन पर रहते हुए फाइनल में उतरी थी। लेकिन कीवी कप्तान केन विलियम्सन ने दूसरी पारी में जरूरत के वक्त अग्रिम रहकर अपनी टीम की अगुआई की और नाबाद अर्धशतक की मदद से उन्होंने दल को बहुप्रतीक्षित मंजिल दिलाई। इसी वजह से उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी घोषित किया गया।
तीन टेस्ट से पता चलता है कि किस टीम में वापसी की क्षमता है
कोहली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं इसका पक्षधर नहीं हूं कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल मैच से हो। अगर टेस्ट सीरीज है तो तीन टेस्ट से ही पता चलता है कि किस टीम में वापसी की क्षमता है। ऐसा नहीं होता कि दो दिन अच्छा खेलें और फिर आप अचानक अच्छी टेस्ट टीम नहीं हैं। मैं यह नहीं मानता।’
ज्ञातव्य है कि रवि शास्त्री ने टीम के इंग्लैंड रवाना होने से पहले ही बेस्ट आफ थ्री फाइनल्स की वकालत की थी। कोहली ने कहा, ‘भविष्य में इस पर विचार किया जाना चाहिए। तीन मैचों में प्रयास होते हैं। उतार-चढ़ाव होते हैं। हालात बदलते हैं। गलतियों को सुधारने का मौका मिलता है। इसके बाद पता चलता है कि सर्वश्रेष्ठ टीम कौन-सी है।’
‘यह मैच हमारी क्षमता और काबिलियत का सही चित्रण नहीं करता’
कोहली ने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड से मिली हार उनकी टीम की दो वर्षों की उपलब्धियों का सही चित्रण नहीं करतीं। उन्होंने कहा, ‘हम इस नतीजे से परेशान नहीं है। हमने पिछले तीन-चार वर्षों में अच्छा प्रदर्शन किया है. यह मैच हमारी क्षमता और काबिलियत का सही चित्रण नहीं करता।’
विराट ने कहा कि लोगों को याद रहना चाहिए कि यह कठिन सीरीज थी, महज एक फाइनल नहीं। उन्होंने कहा, ‘इस पर बात होनी चाहिए। इसलिए नहीं कि हम जीत नहीं सके, लेकिन टेस्ट क्रिकेट के लिए यह गाथा यादगार होनी चाहिए।’