बांग्लादेश में फिर हिंसा : बंगबंधु मुजीबुर्रहमान के घर पर बुलडोजर से हमला, तोड़फोड़ कर लगा दी आग
ढाका, 5 फरवरी। बांग्लादेश में अवामी लीग के गुरुवार (छह फरवरी) को प्रस्तावित देशव्यापी विरोध प्रदर्शन से पहले राजधानी ढाका समेत बांग्लादेश के कई शहरों में फिर हिंसा शुरू हो गई है। नाराज प्रदर्शनकारियों ने बुधवार की शाम बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुरर्हमान के धनमंडी इलाके में स्थित आवास में आग लगा दी।
हजारों प्रदर्शकारी हमलावर बंगबंधु के घर बुलडोजर लेकर पहुंचे थे
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने गेट तोड़कर जबरन बंगबंधु के आवासीय परिसर में प्रवेश किया और वहां तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हजारों प्रदर्शकारी हमलावर बंगबंधु के घर बुलडोजर लेकर पहुंचे थे।

पूर्व पीएम शेख हसीना के ऑनलाइन भाषण के जवाब में हुआ विरोध प्रदर्शन
यह विरोध-प्रदर्शन पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा दिए गए एक ऑनलाइन भाषण के जवाब में किया गया है। प्रदर्शनकारियों ने जवाबी काररवाई में धनमंडी में बुलडोजर मार्च निकालने की योजना की घोषणा की थी। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पहले रात नौ बजे बुलडोजर से घर गिराने की धमकी दी थी, लेकिन उन लोगों नेअपनी योजना बदल दी और आठ बजे ही वहां पहुंच गए। वहां पहुंचते ही मुख्य द्वार को तोड़ दिया और फिर परिसर में भारी तोड़फोड़ की।
प्रदर्शन के दौरान शेख हसीना को फांसी देने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की कि यह घर, जो लंबे समय से शेख मुजीबुरर्हमान के परिवार से जुड़ा हुआ है, तानाशाही और फासीवाद का प्रतीक है। प्रदर्शनकारियों ने अपनी बुलडोजर काररवाई से देश में तथाकथित ‘मुजीबवाद’ और फासीवाद के किसी भी निशान को मिटाने के अपने इरादे व्यक्त किए। प्रदर्शन के दौरान शेख हसीना को फांसी देने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की गई।

‘आज रात, बांग्लादेश की भूमि फासीवाद से मुक्त हो जाएगी‘
कई हमलावर प्रदर्शनकारी घर की दूसरी मंजिल पर चढ़ गए और दिवंगत नेता के चित्रों और घर के अन्य हिस्सों को नष्ट कर दिया। उन पर हथौड़ों, क्रॉबर और लकड़ी के तख्तों से बार-बार प्रहार कर उसे चकनाचूर कर दिया। इस हमले ने ऐतिहासिक संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया है। इससे पहले दिन में, भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के संयोजक हसनत अब्दुल्ला ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा था, ‘आज रात, बांग्लादेश की भूमि फासीवाद से मुक्त हो जाएगी।‘
अवामी लीग ने गुरुवार को देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया था
दरअसल, शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं से गुरुवार को सड़क पर उतरने की अपील की थी। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली मौजूदा अंतरिम सरकार में अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में शेख हसीना की पार्टी ने बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया था। अवामी लीग देशव्यापी ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बंद करके कई शहरों को जाम करने की तैयारी में थी, लेकिन उससे पहले ही छात्रों ने कोहराम मचाना शुरू कर दिया।
