फिडे विश्व कप 2025 : उज्बेकी ग्रैंडमास्टर सिंडारोव बने सबसे कम उम्र चैम्पियन, दूसरे रैपिड गेम में वेई यी को दी मात
पणजी, 26 नवम्बर। उज्बेकिस्तान के ग्रैंडमास्टर जावोखिर सिंडारोव ने बुधवार को यहां टाईब्रेक में प्रतियोगिता के सबसे ऊंची सीडिंग वाले चीनी जीएम वेई यी को मात दी और सबसे कम उम्र के फिडे विश्व कप 2025 चैम्पियन बन गए।
विश्वनाथन आनंद कप के साथ 1.20 लाख डॉलर की ईनामी राशि जीती
19 वर्षीय सिंडारोव ने टाईब्रेक के दूसरे रैपिड गेम में काले मोहरों से वेई को मात दी और विशव कप जीतने वाले पहले उज्बेकी शतरंज खिलाड़ी बन गए। इस क्रम में उन्होंने 120,000 डॉलर की ईनामी राशि के साथ-साथ नया विश्वनाथन आनंद कप भी अपने नाम किया। फिडे के डिप्टी प्रेसिडेंट ग्रैंडमास्टर विशी आनंद एवं गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने संयुक्त रूप से सिंडारोव को विजेता ट्रॉफी प्रदान की।

82 देशों के 206 खिलाड़ियों ने विश्व खिताब और कैंडिडेट्स 2026 में 3 स्थानों के लिए जोर आजमाइश की
उल्लेखनीय है कि फिडे विश्व कप 2025 एक सिंगल-एलिमिनेशन नॉक-आउट टूर्नामेंट की तरह खेला गया था और इसमें 82 देशों के 206 खिलाड़ियों ने एक प्रतिस्पर्धा में जीत और कैंडिडेट्स 2026 में तीन जगह पाने की कोशिश की थी।

फाइनल में, सिंडारोव ने वेई के खिलाफ दो क्लासिकल गेम में जल्दी ड्रॉ खेले और अपनी रैपिड स्किल्स पर भरोसा करके एक ऐसे खिलाड़ी के खिलाफ जीत हासिल की, जो प्रतियोगिता में एक भी क्लासिकल गेम नहीं हारा था।

वेई पहले टाईब्रेक गेम में काले मोहरों के साथ एक बार फिर मजबूत थे और समय के इंजन ने दिखाया कि सिंडारोव के पास जीतने का मौका सिर्फ बिशप-पॉन एंडगेम में था, लेकिन उनकी अगली ही चाल ने गेम को वापस बैलेंस में ला दिया।
दूसरे रैपिड गेम में वेई यी ने 60वीं चार के बाद हार मान ली
दूसरे रैपिड गेम में, सिंडारोव ने बीच के गेम से वेई के किंग साइड पर दबाव बनाना शुरू किया और फिर अपनी क्वीन से नुकसान पहुंचाते हुए अपने विरोधी के किंग को पिन कर दिया। चीनी खिलाड़ी ने आखिरकार 60वीं चाल के बाद हार मान ली और उज्बेकी जीएम विश्व कप जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।

चैम्पियन सिंडारोव बोले – ‘आज मेरा प्लान सॉलिड था’
खिताब जीतने के बाद सिंडारोव ने कहा, ‘आज, मेरा प्लान सॉलिड रहना था, चाहे टाइम कंट्रोल 15-15 हो या 10-10। दूसरे गेम में, मुझे लगा कि वह (वेई यी) आश्वस्त नहीं थे और यह मेरा चांस लेने का टाइम था। मेरी पोजीशन मुश्किल थी और मैंने उन्हें ड्रॉ का ऑफर भी दिया। लेकिन उन्होंने जीत के लिए खेलने का फैसला किया, लेकिन उनके पास बहुत कम समय था और वह मेरे अटैक को मिस कर गए।
‘सबसे कम उम्र चैम्पियन बनकर खुश हूं, लेकिन यह मेरे करिअर की शुरुआत’
सबसे कम उम्र के विश्व कप चैम्पियन बनने के बारे में पूछे जाने पर सिंडारोव ने कहा, ‘मैं इससे बहुत खुश हूं। लेकिन मेरे हिसाब से यह मेरे करिअर की सिर्फ शुरुआत है। मैं पहले 2750 प्लेयर बनना चाहता हूं और फिर कई टूर्नामेंट और विश्व चैम्पियनशिप खेलना चाहता हूं। लेकिन मैं यहां आकर बहुत खुश हूं और मैं कैंडिडेट्स में भी अपना बेस्ट खेलने की कोशिश करूंगा।’

‘भारत मेरे लिए भाग्यशाली साबित हो रहा है’
सिंडारोव ने यह भी बताया कि भारत में खेलना उनके लिए कितना फायदेमंद रहा है और कैसे भारत और उज्बेकिस्तान फ्यूचर में कई ऑनर्स के लिए मुकाबला कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘लगता है भारत बहुत भाग्य लेकर आ रहा है। हां, पिछली बार जब मैं भारत में था तो मैंने ओलम्पियाड जीता था। तीन वर्ष बाद, मैंने विश्व कप जीता है। मैं बहुत खुश हूं।’
‘भारत में ढेरों बेहतरीन खिलाड़ी और युवा पीढ़ी भी तेजी से आगे बढ़ रही’
उन्होंने यह भी कहा, ‘भारत में बहुतेरे बेहतरीन खिलाड़ी हैं और युवा पीढ़ी भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। अगले 10 वर्षों में हम ओलम्पियाड और कई दूसरे टूर्नामेंटों के लिए बहुत संघर्ष करेंगे।’
