उत्तराखंड : मुख्यमंत्री धामी से बातचीत के बाद हरक सिंह रावत की नाराजगी हुई दूर
देहरदून, 25 दिसम्बर। उत्तराखंड में हरक सिंह रावत के इस्तीफे को लेकर मची सियासी उथल पुथल के बीच भाजपा ने उन्हें मना लिया है। उत्तराखंड सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा क़ाऊ को मना लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलुनी से बातचीत के बाद रूठे हरक सिंह रावत की नाराज़गी दूर हो गयी है। हरक सिंह रावत की नाराज़गी मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर थी। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने देर रात मेडिकल कॉलेज जल्द खोलने को लेकर आश्वासन दिया तब जाकर उनकी नाराज़गी दूर हुई।
गौरतलब है कि हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से या बीजेपी से इस्तीफ़ा नहीं दिया था केवल नाराज़गी जाहिर की थी, और वे केबिनेट की बैठक से भी इस मसले पर स्वस्थ मंत्री से बहस के बाद केबिनेट की बैठक बीच में छोड़ कर चले गए थे। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ से बातचीत कर मसले के हल के आश्वासन के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश नेतृत्व से बातचीत कर हरक सिंह रावत को माना लिया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि “पौढी ज़िले के कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के लिए 10 से 20 करोड़ रुपए अनुदान राशि जारी करने का फैसला भी कर लिया गया है, और हरक सिंह रावत की नाराजगी दूर कर ली गयी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ केंद्र सरकार की योजना है कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाए। इस योजना के तहत त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के समय हरक सिंह को आश्वासन दिया गया था कि उनकी विधानसभा में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
लेकिन पहले दिक़्क़त ये आ रही थी कि एक ज़िले में एक ही मेडिकल कॉलेज खोला जा सकता है और पौढी ज़िले में एक मेडिकल कॉलेज पहले से था ऐसे में कोटद्वार में दूसरा मेडिकल कॉलेज खोलने पर राज्य सरकार को दिक्कत होती। लेकिन हरक सिंह की नाराजगी सामने आने के बाद अब राज्य सरकार ने इसकी मंज़ूरी दे दी और अनुदान राशि भी जल्द जारी कर दी जाएगी।