उत्तर प्रदेश : डग्गामार वाहनों के खिलाफ सख्ती, ओवरलोड बसों पर होगी काररवाई, बंद होगा अवैध शराब का कारोबार
लखनऊ, 30 जुलाई। दो दिन पूर्व बारांबकी में हुई भयावह बस दुर्घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़कों पर मानक से अधिक सवारी भरने वाले वाहनों के खिलाफ सख्ती बरतने का फैसला किया है। इसके साथ ही राज्य में अवैध शराब बनाने और बेचने वालों पर पूरी तरह से नकेल कसने की तैयारी की जा रही है। इस क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डग्गामार वाहनों एवं अवैध शराब के धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोरतम काररवाई के लिए संबंधित अथिकारियों को निर्देश दिए हैं।
टीम-9 की बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यहां टीम-9 के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान दोनों मामलों को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ऐसा देखने में आ रहा है कि अनेक अवैध और डग्गामार बसें उत्तर प्रदेश की सीमा से होकर विभिन्न राज्यों की ओर जा रही हैं। ये बसें ओवरलोड होती हैं। इनकी स्थिति जर्जर होती है। परिवहन विभाग द्वारा विशेष सतर्कता बरतते हुए ऐसे बसों के संचालन को रोका जाए। इनके परमिट सहित अन्य दस्तावेजों की जांच की जाए और ओवरलोडिंग के खिलाफ कठोरता से काररवाई की जाए।
आबकारी विभाग के अधिकारियों को कड़ी फटकार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अवैध शराब के कारोबार को लेकर भी शासन के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध शराब का निर्माण, क्रय, विक्रय की एक भी घटना घटित नहीं होनी चाहिए। अवैध शराब के ठिकानों पर छापामार काररवाई की जाए। अवैध शराब के खिलाफ प्रदेशव्यापी अभियान और तेज किया जाए। दोषियों के खिलाफ कठोरतम काररवाई होनी चाहिए।
राज्य के नौ जिलों में कोविड के एक भी केस नहीं
इस बीच प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कम हो रहे मामलों पर मुख्यमंत्री ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कोविड की समीक्षा करते हुए कहा कि अब नौ जिलों में कोरोना के एक भी एक्टिव केस नहीं हैं। वर्तमान में प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 729 रह गई है। ऐसी स्थिति कोरोना के शुरुआती दिनों में थी। यह संतोषप्रद है कि हर दिन ढाई लाख से तीन लाख टेस्ट होने के बाद भी नए केस की संख्या में हर दिन गिरावट हो रही है। पॉजिटिविटी दर 0.01 फीसदी तक आ गई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अलीगढ़, अमरोहा, बस्ती, एटा, हाथरस, कासगंज, कौशांबी, महोबा और श्रावस्ती में अब कोविड का एक भी मरीज नहीं है। ये जिले आज कोविड संक्रमण से मुक्त हैं। ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट नीति से कोरोना पर हुए प्रभावी नियंत्रण को बनाए रखने में जनसहयोग बहुत आवश्यक है। हालांकि यह जरूरी है कि संयम और जागरूकता का क्रम सतत बना रहे। सभी प्रदेशवासी कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।