पेरिस 2024 ओलम्पिक : अमेरिकी श्रेष्ठता बरकरार, 40 स्वर्ण सहित सर्वाधिक 126 पदक जीते, भारत 71वें स्थान पर
पेरिस, 11 अगस्त। सुपर पॉवर अमेरिका ने प्रति चार वर्ष पर आयोजित किए जाने वाले वैश्विक खेल महाकुंभ यानी ओलम्पिक खेलों में अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखी और 40 स्वर्ण सहित सर्वाधिक 126 पदकों के साथ पेरिस 2024 में अपने अभियान का समापन किया।
लगभग तीन सप्ताह तक दुनियाभर के शीर्ष खिलाड़ियों के बीच हुई रोमांचक कश्मकश के अंतिम दिन रविवार को समापन समारोह से पहले महिला बास्केटबाल का फाइनल खेला गया, जिसमें अमेरिका ने मेजबान फ्रांस को कड़े संघर्ष में 67-66 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। इसके साथ ही 16 दिनों तक चली पदक स्पर्धाओं का समापन हो गया।
ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धाओं में अमेरिकी एथलीटों ने जीते सर्वाधिक 14 स्वर्ण
वस्तुतः अमेरिकी खिलाड़ियों ने 34 स्पर्धाओं में 40 स्वर्ण के अलावा 44 रजत व 42 कांस्य पदक जीते। इनमें ट्रैक एंड फील्ड स्पर्धांओं में अमेरिकी एथलीटों ने 14 स्वर्ण सहित सर्वाधिक 34 पदक जीते।
चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया व मेजबान फ्रांस दूसरे से पांचवें स्थान पर रहे
हालांकि चीन ने अमेरिका को लगातार बराबरी की टक्कर दी और एकाध दिन तो उसने पदक तालिका में अग्रता भी हासिल की। हालांकि अमेरिका के बराबर 40 स्वर्ण लेने के बावजूद चीनी दल 27 रजत व 24 कांस्य सहित 91 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि जापान (20+12+13=45), ऑस्ट्रेलिया (18+19+16=53) और मेजबान फ्रांस (16+26+22 =64) क्रमशः तीसरे से पांचवें स्थान पर रहे।
🇮🇳🙌🏻 𝗧𝗵𝗮𝘁'𝘀 𝗮 𝘄𝗿𝗮𝗽! Here are the final medal standings, with India finishing with 6 medals, one fewer than the Tokyo Olympics.
😞 If fourth place hadn't been a curse, we could have achieved a double-digit medal count for the first time in our Olympic history.
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 11, 2024
भारत एक रजत सहित छह पदकों के साथ 71वें स्थान पर रहा
भारत तालिका में एक रजत और पांच सहित छह पदक जीतकर 71वें स्थान पर रहा। इनमें नीरज चोपड़ा ने भाला प्रक्षेप में इकलौता रजत पदक दिलाया तो मनु भाकर की अगुआई में निशानेबाजों ने तीन कांस्य पदक जीते। उनके अलावा पुरुष हॉकी ने लगातार दूसरी बार कांसा जीता जबकि अमन सेहरावत ने ओलम्पिक के पहले ही प्रवेश में कांसे पर अधिकार किया।
As the curtains fall on the spectacular #ParisOlympics2024, the vibrant Indian contingent, led by the remarkable @realmanubhaker and @16Sreejesh have made the nation proud with their dedication and spirit. pic.twitter.com/WubQyJsOj4
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) August 11, 2024
मनु भाकर ने ओलम्पिक के एक ही संस्करण में 2 पदक जीतकर रचा इतिहास
पेरिस 2024 में भारतीय दल का खाता शूटर मनु भाकर ने खोला था। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता और ओलम्पिक निशानेबाजी पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। इसके बाद उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम 10 मीटर एयर पिस्टल कांस्य पदक जीतकर ओलम्पिक के एक ही संस्करण में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया।
पहली बार खेलों के एक संस्करण की किसी स्पर्धा में मिले तीन पदक
इसके बाद स्वप्निल कुसाले ने निशानेबाजी में तीसरा पदक जीता और इसके साथ ही भारत ओलम्पिक के एक ही संस्करण की किसी स्पर्धा में पहली बार तीन पदक जीतने में सफल हो गया।
नीरज चोपड़ा खिताब नहीं बचा सके, लेकिन इस बार इकलौता रजत जीता
रिकॉर्ड आठ बार की चैम्पियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतकर टोक्यो 2020 की सफलता को दोहराया जबकि नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में भले ही टोक्यो2020 का स्वर्ण पदक गंवा बैठे, लेकिन वह रजत पदक जीतने के बाद देश के सबसे सफल व्यक्तिगत ओलम्पियन बन गए। वहीं अमन सेहरावत कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर भारत के सबसे कम उम्र ओलम्पिक पदक विजेता बन गए।
🇮🇳🙌 𝗕𝗿𝗶𝗻𝗴𝗶𝗻𝗴 𝗽𝗿𝗶𝗱𝗲 𝘁𝗼 𝗼𝘂𝗿 𝗻𝗮𝘁𝗶𝗼𝗻! Aman Sehrawat wins India's sixth medal at #Paris2024 with a fantastic win over Darian Toi Cruz.
🥉 Here's a look at all of India's medallists at the Paris Olympics so far.@Media_SAI @WeAreTeamIndia@Paris2024
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 9, 2024
भारतीय खिलाड़ी 6 संभावित पदकों से चूक गए
हालांकि, भारत पेरिस 2024 ओलम्पिक से खुशियों से ज्यादा दुख लेकर बाहर आया। भारत छह संभावित पदकों से चूक गया, जिनमें से ज़्यादातर पदक मामूली अंतर से चूक गए क्योंकि एथलीट अपने-अपने इवेंट में चौथे स्थान पर रहे। इसमें लक्ष्य सेन, मीराबाई चानू और मनु भाकर शामिल थे, जो खेलों में अपना तीसरा पदक जीत सकते थे। ऐतिहासिक फाइनल से पहले विनेश फोगट के अयोग्य घोषित होने से भी भारत की मुश्किलें बढ़ गईं।
टोक्यो 2020 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी नहीं कर सका भारत
कुल मिलाकर देखें तो भारत टोक्यो 2020 में किए गए ओलम्पिक इतिहास के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (एक स्वर्ण, दो रजत व चार कांस्य पदक) की बराबरी नहीं कर सका। हालांकि पेरिस 2024 में भारतीय खिलाड़ियों ने 16 खेलों – तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, मुक्केबाजी, घुड़सवारी, गोल्फ, हॉकी, जूडो, नौकायन, पाल नौकायन, निशानेबाजी, तैराकी, कुश्ती, भारोत्तोलन, टेबल टेनिस और टेनिस – की कुल 69 पदक स्पर्धाओं में जोर आजमाइश की थी। ओलम्पिक खेलों के 33 संस्करणों में भारत ने अब तक 41 पदक जीते हैं। इनमें अकेले पुरुष हॉकी में जीते गए 13 पदक (आठ स्वर्ण, एक रजत व चार कांस्य) शामिल हैं।