अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने गिनाईं नई सरकार की प्राथमिकताएं, अरब देशों को दी तेल की कीमतें कम करने की नसीहत
दावोस, 24 जनवरी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने मंगलवार को विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए जहां अपनी नई सरकार की प्राथमिकताएं गिनाईं वहीं अरब देशों को तेल की कीमतें करने की नसीहत भी दे डाली। उन्होंने साथ ही अमेरिका में निवेश को एक ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ाने की अपील की।
ट्रंप ने कहा, ‘मैंने ग्रीन न्यू डील को खत्म कर दिया। मैं इसे ग्रीन न्यू स्कैम कहता हूं। मैं एकतरफा पेरिस जलवायु समझौते से हट गया और महंगे इलेक्ट्रिक वाहन के मैंडेट को समाप्त कर दिया। अमेरिका के पास धरती पर किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक मात्रा में तेल और गैस है, और हम इसका इस्तेमाल करने जा रहे हैं। मैं सऊदी अरब और OPEC से तेल की कीमत कम करने के लिए भी कहने जा रहा हूं, आपको इसे कम करना होगा.’
‘तेल की कीमतें कम होने से रुक जाएगा रूस-यूक्रेन युद्ध’
राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी दावा किया कि यदि तेल की कीमतें कम हो जाती हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘यदि कीमतें कम हो जाती हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध तुरंत समाप्त हो जाएगा। मैं मांग करूंगा कि ब्याज दरें तुरंत कम की जाएं. पूरी दुनिया में उन्हें कम किया जाना चाहिए।’
अमेरिका में 600 बिलियन डॉलर का निवेश करेगा सऊदी अरब
ट्रंप की यह टिप्पणी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की उस घोषणा के कुछ घंटों बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका देश अगले चार वर्षों में अमेरिका में 600 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करना चाहता है। क्राउन प्रिंस की यह टिप्पणी डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद आई है।
‘अमेरिका में बनाएं अपना प्रोडक्ट नहीं तो टैरिफ दें’
ट्रंप ने अपने संबोधन में दुनियाभर के कारोबारियों को भी स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस को अमेरिका में लाएं, अन्यथा टैरिफ बढ़ोतरी का सामना करने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा, ‘दुनिया के हर बिजनेस के लिए मेरा मैसेज बहुत सरल है। आइए और अपना प्रोडक्ट अमेरिका में बनाइए और हम आपको दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सबसे कम टैक्स की सुविधा देंगे।’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि व्यवसाय यह चुनने के लिए स्वतंत्र हैं कि वे अपना प्रोडक्ट कहां बनाते हैं, लेकिन अमेरिका में उत्पादन से बाहर निकलने के वित्तीय परिणाम होंगे। यदि आप अपना प्रोडक्ट अमेरिका में नहीं बनाते हैं तो आपको टैरिफ का भुगतान करना होगा।
‘हमारा देश जल्द ही पहले से कहीं ज्यादा मजबूत, समृद्ध और एकजुट होगा‘
ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका का स्वर्णिम दौर शुरू हो गया है। हमारे प्रशासन ने चार दिनों में वह हासिल कर लिया, जो अन्य सरकारें चार साल में भी हासिल नहीं कर सकीं। अब हमारा देश जल्द ही पहले से कहीं ज्यादा मजबूत, समृद्ध और एकजुट होगा। इस अविश्वसनीय गति के परिणामस्वरूप पूरी दुनिया अधिक शांतिपूर्ण और समृद्ध होगी।’
‘हम देश के सामने आने वाले हर संकट को हल करने के लिए काम कर रहे‘
राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्ववर्ती बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मेरा प्रशासन उन आपदाओं को ठीक करने के लिए अभूतपूर्व गति से काम कर रहा है, जो हमें पूरी तरह से अयोग्य लोगों से विरासत में मिली हैं। हम देश के सामने आने वाले हर संकट को हल करने के लिए काम कर रहे हैं।’
‘पिछली सरकार ने 8 ट्रिलियन डॉलर का बेकार खर्च किया‘
उन्होंने कहा, ‘इसकी शुरुआत पिछले प्रशासन की विफल नीतियों के कारण पैदा हुई आर्थिक अराजकता से निबटने से होती है। पिछले चार वर्षों में हमारी सरकार ने आठ ट्रिलियन डॉलर का बेकार खर्च किया। साथ ही राष्ट्र को बर्बाद करने वाले ऊर्जा प्रतिबंध, अपंग विनियमन और छिपे हुए कर लगाए, जो पहले कभी नहीं थे। इसका परिणाम आधुनिक इतिहास में सबसे खराब मुद्रास्फीति संकट और हमारे नागरिकों और पूरी दुनिया के लिए आसमान छूती ब्याज दरें हैं।’
ट्रंप ने कहा, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका के पास पृथ्वी पर किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक मात्रा में तेल और गैस है और हम इसका उपयोग करने जा रहे हैं। इससे न केवल लगभग सभी वस्तुओं और सेवाओं की लागत कम होगी, बल्कि यह अमेरिका को विनिर्माण महाशक्ति और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और क्रिप्टो की विश्व राजधानी बना देगा।’
‘अमेरिकी लोगों का ऐसा विशाल जनादेश कई वर्षों में नहीं दिखा था‘
ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिकी लोगों का ऐसा विशाल जनादेश कई वर्षों में नहीं देखा गया था। कुछ राजनीतिक पंडितों और मेरे कुछ तथाकथित दुश्मनों ने भी कहा कि यह 129 वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण चुनावी जीत थी। यह बहुत अच्छी बात है।’
उल्लेखनीय है कि स्विट्जरलैंड के दावोस में 20 से 24 जनवरी तक विश्व आर्थिक मंच के शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। वैश्विक चुनौतियों, आर्थिक परिवर्तनों और स्थिरता लक्ष्यों पर विचार-विमर्श करने के लिए यह एक मंच के रूप में कार्य करता है।
