यूपी चुनाव : डिजिटल प्लेटफार्म पर मोदी लगाएंगे जन चौपाल, गिनाएंगे योगी सरकार के फायदे
लखनऊ 31 जनवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में जन समर्थन जुटाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को पहली वर्चुअल रैली के जरिये पश्चिम के मतदाताओं के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे। वर्चुअल रैली को ‘जन चौपाल’ का नाम दिया गया है। रैली में सहारनपुर, बागपत, मुजफ्फरनगर, गौतमबुद्धनगर और शामली जिलों के 49 हजार लोग बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम जुड़ेंगे जबकि अन्य क्षेत्रों में भाजपा समर्थक टीवी और अन्य माध्यमों से प्रधानमंत्री का संबोधन देख और सुन सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा से और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में बने वर्चुअल रैली स्टूडियो से रैली में जुड़ेंगे। वर्चुअल रैली प्रभारी अनूप गुप्ता के अनुसार रैली में सहारनपुर की नकुड़, बेहट, सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात, देवबंद, गंगोह और रामपुर मनिहारन विधानसभाओं के सभी मंडलों में बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम दिखाया जायेगा।
इसके अलावा शामली की कैराना, थाना भवन और शामली में वर्चुअल रैली के प्रसारण के लिए प्रबंध किए गए हैं। मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना, पुरकाजी, चरथावल, मुजफ्फरनगर, खतौली और मीरापुर में जन चौपाल रैली का प्रसारण को देखने के लिए व्यवस्था की गई है। बागपत जिले में छपरौली, बड़ौत और बागपत विधानसभाओं के मंडलों में प्रसारण को देखने के लिए बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। वहीं गौतमबुद्धनगर के दादरी, जेवर में कार्यक्रम के प्रसारण की व्यवस्था की गई है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी भी किसी एक स्थान पर रैली में जुड़ेंगे।
गुप्ता ने बताया कि इन पांचों जिलों में 98 सांगठनिक मंडलों में बड़ी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारण किया जाएगा। इन स्थानों पर कोरोना गाइड लाइन के आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ 500-500 की संख्या में कुल 49 हजार लोग सीधे जन चौपाल रैली का प्रसारण देखेंगे। इसके अतिरिक्त इन जिलों के 7878 बूथों पर शक्तिकेन्द्र, बूथ अध्यक्ष, पन्ना प्रमुख, लाभार्थी और आम जन को टेलीविजन के माध्यम से भी रैली दिखाने का आग्रह किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त जिन विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम होने हैं वहां के स्मार्टफोन धारकों को भी जन चौपाल रैली के लिंक भेज रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश भर से कार्यकर्ता और आमजन भी प्रधानमंत्री को विभिन्न माध्यमों से सुन सकेंगे।