गोरखपुर, 27 फरवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि डबल इंजन की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में पूर्वांचल का गौरव गोरखपुर देश का गौरव बन रहा है।
सीएम योगी ने रविवार को यहां जन संवाद कार्यक्रम में कहा कि नए उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर पर्यटन तथा वन्यजीवों के संरक्षण-संवर्धन का केंद्र बनकर उभरा है। डबल इंजन की भाजपा सरकार में यहां 259.15 करोड़ रुपये लागत से शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान स्थापित हुआ है।
उन्होंंने कहा कि गोरखपुरवासियों के लिए डबल इंजन की भाजपा सरकार की जो सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं, यातायात सेवा का सुदृढ़ीकरण भी उनमें से एक है। इस क्रम में जिले में इलेक्ट्रिक बसों की सेवा आरंभ की गई है। इस सुविधा से प्रदूषण शून्य होगा और यात्रा सुगम व सस्ती होगी।
गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार किस्मत आजमा रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि तीर्थंकर महावीर जी, करुणावतार गौतम बुद्ध जी व महायोगी गुरु गोरखनाथ जी के पावन आशीर्वाद एवं शिक्षाओं से प्रदीप्त गोरखपुर के राष्ट्रवादी व ऊर्जावान नागरिकों से संवाद का पुनः अवसर मिल रहा है।
जनपद गोरखपुर के कैम्पियरगंज में आयोजित जनसभा में… https://t.co/PojhxryfP9
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 27, 2022
उन्होंने कहा कि गोरखपुर अब समृद्ध शहर बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। डबल इंजन की भाजपा सरकार में उ.प्र. की चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ हुई है। गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में 284.60 करोड़ रूपये लागत से नवनिर्मित 500 बेडेड बाल रोग चिकित्सालय इसका साक्षी है। सभी को और समुचित चिकित्सा मुहैया कराने के लिये सरकार संकल्पित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार में गोरखपुर को सैनिक स्कूल मिला है। 153.65 करोड़ रूपये की लागत से बन रहा शिक्षा, राष्ट्रीयता व अनुशासन का यह ‘विद्या मंदिर’ राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देगा। हमारे गोरखपुर ने चिकित्सा-शिक्षा के क्षेत्र में रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल की है। डबल इंजन की भाजपा सरकार में यहां 267.51 करोड़ रूपये लागत से बन रहा महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय प्रदेश का प्रथम आयुष विश्वविद्यालय है जो पूरे भारत के लिए वरदान साबित होगा।
उन्होंने कहा कि नए उत्तर प्रदेश का नया गोरखपुर चिकित्सा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ की ओर तीव्र गति से अग्रसर है। डबल इंजन की भाजपा सरकार में 1,011 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित एम्स गोरखपुर पूर्वांचल की ‘जीवन रेखा’ सिद्ध हुआ है। इससे उप्र के साथ अन्य पड़ोसी राज्य व नेपाल भी लाभान्वित हो रहे हैं।