सीएम योगी की अनोखी पहल : राज्य के नागरिक अब ह्वाट्सएप के जरिए सीधे सीएम ऑफिस से कर सकेंगे संवाद
लखनऊ, 16 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 25 करोड़ नागरिकों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए एक अनोखी पहल की है। इसके तहत राज्य के नागरिक अब ह्वाट्सएप के जरिए सीधे मुख्यमंत्री ऑफिस (CM office) के साथ संवाद कर सकेंगे।
सीएम योगी के निर्देश पर WhatsApp चैनल की शुरुआत
सीएम योगी के निर्देश पर इस बाबत चीफ मिनिस्टर ऑफिस, उत्तर प्रदेश के नाम से ह्वाट्सएप (WhatsApp) चैनल की शुरुआत की गई है। इस चैनल से जुड़ने वाले लोग आसानी से अपनी बात सीएम ऑफिस के समक्ष रख सकेंगे। सोशल मीडिया पर सीएम ऑफिस उत्तर प्रदेश सरकार के हैंडल से इस पहल की जानकारी दी गई।
WhatsApp चैनल का नाम Chief Minister Office, Uttar Pradesh
सीएम ऑफिस के आधिकारिक हैंडल @CMOfficeUP की ओर से लिखा गया कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के लिए प्रदेश के 25 करोड़ नागरिक ‘एक परिवार’ हैं। मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ‘परिवार’ के प्रत्येक सदस्य की खुशहाली एवं समृद्धि हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। संवाद को लोकतंत्र की आत्मा मानने वाले मुख्यमंत्री जी के ‘उत्तर प्रदेश परिवार’ के प्रत्येक सदस्य से सहज संवाद के लिए प्रदेश सरकार द्वारा संचार के सशक्त व सरल माध्यम ह्वाट्सएप का उपयोग करते हुए Chief Minister Office, Uttar Pradesh नाम से आधिकारिक ह्वाट्सएप चैनल शुरू किया गया है।
उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के लिए प्रदेश के 25 करोड़ नागरिक 'एक परिवार' है।
मा. मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में @UPGovt 'परिवार' के प्रत्येक सदस्य की खुशहाली एवं समृद्धि हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
संवाद को लोकतंत्र की…
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 16, 2023
यूपी सरकार से जुड़ी जनहित की सूचनाओं का त्वरित संप्रेषण करेगा यह मंच
संवाद का यह नया प्रभावशाली मंच प्रदेश सरकार से जुड़ी जनहित की सूचनाओं का त्वरित संप्रेषण करेगा। इस चैनल की खास बात यह है कि इससे कोई भी व्यक्ति जुड़ सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे व त्वरित सूचनाएं प्राप्त करने के लिए इस ह्वाट्सएप चैनल से अवश्य जुड़ें। उल्लेखनीय है कि आम नागरिकों से संवाद स्थापित करने के लिए ह्वाट्सएप चैनल के उपयोग की यह अनोखी पहल करने वाले योगी आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री हैं।