केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने की ओवैसी की तारीफ, बोले – ‘पाकिस्तान की तो पोल ही खोल दी’
नई दिल्ली, 27 मई। अल्पसंख्यक मामलों और संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर पाकिस्तान के झूठे प्रचार को बेनकाब करने पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सांसद असदुद्दीन ओवैसी की प्रशंसा की। उन्होंने ओवैसी का वीडियो सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर साझा करते हुए लिखा, ‘पाकिस्तान की तो पोल ही खोल दी।’
#Pakistan 🤦😀😁 pic.twitter.com/pPcrKSzrwy
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) May 27, 2025
दरअसल, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को ऑपरेशन बनयान अल-मर्सस का स्मृति चिह्न भेंट किया था और भारत पर अपनी जीत का दावा किया था। हालांकि बाद में पता चला कि यह तस्वीर 2019 के चीन सैन्य अभ्यास की थी। इसे लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि चीजों को सही तरीके से कॉपी करने के लिए दिमाग की जरूरत होती है।
ओवैसी ने शहबाज शरीफ व मुनीर को ‘बेवकूफ जोकर’ भी बताया
असदुद्दीन ओवैसी ने पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर को ‘बेवकूफ जोकर’ भी बताया। ओवैसी ने जिस स्मृति चिह्न का जिक्र किया, वह शहबाज शरीफ को एक हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में भेंट किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उप प्रधानमंत्री इशाक डार भी शामिल हुए थे।
गत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत के कूटनीतिक संपर्क के तहत कुवैत पहुंचे एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में शामिल ओवैसी ने कहा, ‘कल पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने राष्ट्रपति और नेशनल असेंबली स्पीकर की मौजूदगी में पाक प्रधानमंत्री को यह फोटो दी। ये बेवकूफ जोकर भारत से प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं। उन्होंने 2019 के चीनी सेना के अभ्यास की एक तस्वीर दी थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह भारत पर जीत है। पाकिस्तान यही करता है, वे एक तस्वीर भी ठीक से नहीं दे सकते।’
‘नकल करने के लिए अकल चाहिए, नालायकों के पास तो अकल भी नहीं है’
एआईएमआईएम सांसद ने पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व पर उनकी नकल करने की हरकतों के लिए और भी तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और उनके सेना प्रमुख को नकल करने के लिए दिमाग की जरूरत नहीं है। हम बचपन में सुनते थे कि नकल करने के लिए अकल चाहिए, नालायकों के पास तो अकल भी नहीं है।’
वैसे, यह पहला मामला नहीं है, जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ संघर्ष में खुद को बीस साबित करने के लिए दुष्प्रचार का सहारा लिया है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार से जुड़ी एक और घटना ने उन्हें शर्मसार कर दिया, जब उन्होंने पाकिस्तानी वायुसेना की प्रशंसा करने के लिए ब्रिटेन के एक दैनिक अखबार में प्रकाशित एक लेख की नकली तस्वीर का इस्तेमाल किया। जब उनकी यह शेखी उनके अपने मीडिया द्वारा पकड़ी गई, तो पाकिस्तानी प्रतिष्ठान दुनिया के सामने हंसी का पात्र बन गया। पाकिस्तान की इस तरह की कई फ़र्ज़ी खबरें पकड़ी गई हैं।
