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ट्रंप और जिनपिंग की 6 साल बाद हुई मुलाकात, दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने की एक-दूसरे की तारीफ

ट्रंप और जिनपिंग की 6 साल बाद हुई मुलाकात, दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने की एक-दूसरे की तारीफ

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नई दिल्ली, 30 अक्टूबर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आखिरकार मुलाकात हो ही गई। ट्रंप और जिनपिंग गुरुवार को दक्षिण कोरिया के शहर बुसान में मिले। ये दोनों आखिरी बार 2019 में मिले थे और अब 6 सालों बाद मीटिंग हुई है। ट्रंप ने इस मुलाकात के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम पहले भी कई बातों पर सहमत हो चुके हैं और अब भी कई मुद्दों पर बात बनेगी।

ट्रंप ने जिनपिंग को लेकर क्या कहा?
दक्षिण कोरिया के बुसान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “हमारी मुलाकात बहुत सफल रहने वाली है। वो बहुत सख्त वार्ताकार हैं, यह अच्छी बात नहीं है। हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं।”

बैठक में क्या बोले ट्रंप?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बैठक के दौरान कहा, “काफी लंबे समय बाद एक मित्र मिलने मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। चीन के अत्यंत प्रतिष्ठित और आदरणीय राष्ट्रपति के साथ, हम पहले ही कई बातों पर सहमत हो चुके हैं और अभी कुछ और बातों पर सहमत होंगे, लेकिन राष्ट्रपति शी एक महान देश के महान नेता हैं और मुझे लगता है कि हमारे बीच लंबे समय तक शानदार संबंध बने रहेंगे। आपका हमारे साथ होना हमारे लिए सम्मान की बात है।”

शी जिनपिंग ने क्या कहा?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप, आपसे मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई, और आपको दोबारा देखकर बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि कई साल बीत गए हैं। हमने 3 बार फोन पर बात की है, कई पत्रों का आदान-प्रदान किया है, और निकट संपर्क में रहे हैं। हमारे संयुक्त मार्गदर्शन में, चीन-अमेरिका संबंध कुल मिलाकर स्थिर रहे हैं। हमारी अलग-अलग राष्ट्रीय परिस्थितियों के कारण, हम हमेशा एक-दूसरे से सहमत नहीं होते, और दुनिया की 2 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच समय-समय पर मतभेद होना सामान्य बात है।” शी ने कहा, ”मैंने सार्वजनिक रूप से कई बार कहा है कि चीन और अमेरिका को साझेदार और मित्र होना चाहिए, इतिहास ने हमें यही सिखाया है।”

किस तरह के मिले संकेत?
ट्रंप और शी जिनपिंग के बीच बैठक से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने संकेत दिया था कि ट्रंप चीनी वस्तुओं पर 100 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की अपनी हालिया धमकी को पूरा करने का इरादा नहीं रखते हैं। चीन ने भी संकेत दिए हैं कि वह रेयर अर्थ मिनरल्स पर अपने निर्यात नियंत्रण में ढील देने और अमेरिका से सोयाबीन खरीदने को तैयार है। दक्षिण कोरिया जाते समय एयर फोर्स वन में सवार होकर ट्रंप ने पत्रकारों से कहा था कि वह इस साल की शुरुआत में चीन पर फेंटेनाइल बनाने में उसकी भूमिका के संबंध में लगाए गए टैरिफ को कम कर सकते हैं।

ताइवान पर क्या बोले ट्रंप?
अमेरिका और चीन के अधिकारियों ने हाल ही में कुआलालंपुर में मुलाकात की थी। इसके बाद, चीन के शीर्ष व्यापार वार्ताकार ली चेंगगांग ने कहा था कि वो एक शुरुआती सहमति पर पहुंच गए हैं, जिसकी पुष्टि अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने भी की थी। बेसेंट ने कहा था कि यह एक बहुत ही सफल रूपरेखा है। इससे पहले ट्रंप ने संकेत दिया था कि उनकी शी के साथ ताइवान की सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठाने की कोई योजना नहीं है।

कब हुई थी मुलाकात?
ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बुसान में हुई बैठक 2019 के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली आमने-सामने की मुलाकात है। दोनों नेताओं की यह मुलाकात अमेरिका-चीन संबंधों की भविष्य की दिशा निर्धारित कर सकती है। यह बैठक व्यापार में जटिल संबंधों को सुलझाने और वैश्विक स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

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