त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा बोले – बांग्लादेश के हालात पर भारत की कड़ी नजर, हर चुनौती से निबटने को तैयार
अगरतला, 19 दिसम्बर। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार को कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में उभरती स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और किसी भी संभावित चुनौती से निबटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
उल्लेखनीय है कि कट्टरपंथी संगठन ‘इंकलाब मंच’ के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं। हादी सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाजरत थे। प्रदर्शनकारियों ने एक हिन्दू युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी और एक पत्रकार सहित कुछ न्यूज चैनल्स के दफ्तरों आग के हवाले कर दिए। वहीं पूर्व राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान सहित कई पूर्व नेताओं के घरों में तोड़फोड़ व आग लगाई गई।
बांग्लादेश के मौजूदा हालात पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री साहा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद पड़ोसी देश में कई चिंताजनक और विध्वंसक घटनाएं सामने आई हैं। त्रिपुरा सरकार सीमा पार उत्पन्न परिस्थितियों से जुड़े सभी घटनाक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट नियमित रूप से केंद्र सरकार को भेज रही है।
भारत की सशस्त्र सेनाएं हर स्थिति से निबटने को सदैव तत्पर
माणिक साहा ने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान कहा, ’बांग्लादेश की जेलों से कुख्यात आतंकियों, अपराधियों और विभिन्न मामलों में शामिल लोगों को रिहा किया गया है।’ उन्होंने कहा कि भारत और उसकी सशस्त्र सेनाएं हर स्थिति से निबटने के लिए सदैव तैयार रहती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रमों से पूरी तरह अवगत है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।
हमारी ड्रोन निगरानी प्रणालियों में उल्लेखनीय प्रगति
साहा ने कहा, ‘हमारी ड्रोन निगरानी प्रणालियों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। एस-400 मोबाइल लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (एसएएम) प्रणाली पहले ही अपनी क्षमताएं साबित कर चुकी है। सीमा पर सुरक्षा इंतजाम मजबूत हैं और सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।’
अर्धसैनिक बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बढ़ाई चौकसी
उन्होंने यह भी बताया कि जून-जुलाई 2024 में बांग्लादेश में हिंसा भड़कने के बाद, विशेष रूप से पांच अगस्त, 2024 को शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद, अर्धसैनिक बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है और सीमा प्रभुत्व को और सख्त किया गया है।
त्रिपुरा की सीमा बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी
गौरतलब है कि त्रिपुरा की बांग्लादेश के साथ 856 किलोमीटर लंबी सीमा है। राज्य तीन ओर से पड़ोसी देश से घिरा होने के कारण सीमा पार घटनाक्रमों के प्रति अत्यंत संवेदनशील बना हुआ है।
विदेश मंत्रालय ने भारत स्थित उच्चायुक्त रियाज हमीदुल्लाह को किया तलब
इससे पहले, गत 17 दिसम्बर को विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के भारत स्थित उच्चायुक्त रियाज़ हमीदुल्लाह को तलब कर बांग्लादेश में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर नई दिल्ली की गंभीर चिंताओं से अवगत कराया था। मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के तहत बांग्लादेश में हिंसा में तेज वृद्धि और कानून-व्यवस्था की स्थिति के और बिगड़ने की खबरें सामने आ रही हैं।
