तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर लगाया ‘शिथिलता’ बरतने का आरोप
नई दिल्ली, 9 नवम्बर। संसद में कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कथित इशारों पर और उपहारों के बदले अडानी समूह से संबंधित सवाल पूछने (Cash for Query) के आरोपों में फंसी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि है कि लोकसभा की सभी उचित प्रक्रिया और नियम पूरी तरह से फेल हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार Cash for Query मामले में फंसी महुआ ने लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट के अंश मीडिया में लिक होने का जिक्र करते हुए स्पीकर ओम बिरला पर आरोप लगाया कि वह इस मामले में शिथिलता बरत रहे हैं और उनके द्वारा की गई शिकायतों पर एक्शन लेने में देरी कर रहे हैं।
पत्र लिखकर किया लोकसभा नियमों के ‘गंभीर उल्लंघन‘ का दावा
तृणमूल सांसद मोइत्रा ने ओम बिड़ला को लिखे पत्र में कहा, ‘अब तक की क्रिया-कलापों को देखते हुए यह स्पष्ट है कि लोकसभा द्वारा अपनाई जाने वाली सभी उचित प्रक्रियाएं और नियम पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। आपकी निष्क्रियता और मेरी पिछली शिकायतों पर आपकी प्रतिक्रिया में कमी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।’
महुआ ने पत्र में कहा कि अडानी समूह के स्वामित्व वाले एक समाचार चैनल के पास एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पहुंची, जो लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों में निहित नियम 275(2) का उल्लंघन है।
उन्होंने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा, ‘इस पूरे मसले में चौंकाने वाला तथ्य यह है कि खबर दिखाने वाले मीडिया चैनल का स्वामित्व अडानी समूह के हाथों में है, जिसके खिलाफ मैंने लोकसभा में कॉरपोरेट धोखाधड़ी और वित्तीय और प्रतिभूति नियमों के उल्लंघन के बहुत गंभीर मुद्दे उठाए हैं।’
मोइत्रा ने कहा कि उन्हें अडानी समूह के खिलाफ बोलने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह बेहद चौंकाने वाला तथ्य है कि अडानी समूह के स्वामित्व वाले चैनल की गोपनीय समिति की रिपोर्ट तक पहुंच कैसे हो गई। यह तो नियमों का ‘घोर उल्लंघन’ है।”
गौरतलब है कि मीडिया में बुधवार को एक खबर आई थी कि एथिक्स कमेटी व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के साथ संसद के आधिकारिक पोर्टल की लॉगिन क्रेडेंशियल कथित तौर पर साझा करने के लिए तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करेगा क्योंकि यह अनैतिक आचरण है।