नई दिल्ली, 3 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य एवं केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पिछले आठ वर्ष में देश में हुए बदलावों का हवाला देते हुए गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि देश में मजबूर नहीं मजबूत प्रधानमंत्री है। केन्द्रीय मंत्री नकवी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि देश ने सात दशकों में बहुत से ऐसे मौके और लम्हें देखे हैं जो सफलता और सफर के थे लेकिन 2014 के बाद इन आठ वर्षों में जो बदलाव हुए हैं, उस पर ध्यान आकर्षित कर रहा हूं।
आज दो भारत सनातनी और सामंती भारत की बात होती है, लेकिन हमारा भारत एक भारत , श्रेष्ठ भारत है। हिन्दुस्तान को सोचने और समझने के लिए, इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा और कांग्रेस इज इंडिया और इंडिया इज कांग्रेस की सोच से बाहर निकलना होगा।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया में हिन्दुस्तान ने अपनी धाक जमायी है। इन आठ वर्ष में 28 ऐसे बदलाव हुए हैं, जो बहुत से साथियों को ध्यान में होगा। वर्ष 2014 के बाद जो बदलाव इस देश ने महसूस किया, इससे सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रधानमंत्री पद की गरिमा और सम्मान बहाल हुआ है। वर्ष 2014 से पहले प्रधानमंत्री को कहीं एक स्थान से ऑर्डर मिलता था। मंत्रिमंडल और सरकार के निर्णय को फाड़ दिया जाता था लेकिन आज प्रधानमंत्री मजबूर नहीं मजबूत है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले हर दिन काेई न कोई घोटाला सुनाई देता था। दिल्ली में सत्ता के गलियारे से अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय लाइजिनिंग होती है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में इस पर रोक लग गयी है। उन्होंने कहा कि पहले देश में कमीशन और भ्रष्टाचार के साथ ही तुष्टीकरण की राजनीति होती थी, जिस पर अब रोक लग गयी है।
आज इस देश में सियासत परिश्रम के बल पर मिल रही है जबकि वर्ष 2014 से पहले परिवारों की राजनीतिक परिक्रमा होती थी। मोदी सरकार ने लालबत्ती संस्कृति को समाप्त किया है। पहले इसका उपयोग धौंस जमाने के लिए किया जाता था, जिसको समाप्त कर दिया गया है।
(Photo-File)