भाजपा और आरएसएस की सलाह पर बनी थी टीएमसी, सीपीआईएम नेता ने साधा निशाना, ममता बनर्जी पर बरसे विपक्षी गठबंधन के नेता
कोलकाता, 26 जनवरी। ममता बनर्जी द्वारा पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के एलान के बाद विपक्षी गठबंधन की अंदरूनी कलह सतह पर आ गई है। विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने ममता बनर्जी के फैसले की आलोचना शुरू कर दी है। विपक्षी गठबंधन में शामिल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के नेता मोहम्मद सलीम ने ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने काफी पहले ही बता दिया था कि वह अपना रुख बदलेंगी।
सीपीआई (एम) के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा कि ‘नीतीश कुमार ने काफी पहले बता दिया था कि वह (ममता बनर्जी) पलटी मारेंगी…टीएमसी का गठन ही भाजपा और आरएसएस की सलाह पर हुआ था ताकि कांग्रेस को कमजोर किया जाए और फिर यह पार्टी एनडीए में शामिल हो सके। विपक्षी गठबंधन कोई चुनावी समन्वय नहीं है, यह भाजपा के खिलाफ पार्टियों का गठबंधन है। चुनावी समन्वय राज्य स्तर पर अपने तरीके से किया जाएगा।’
ममता बनर्जी ने बुधवार को साफ कर दिया कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी और अब कांग्रेस के लिए सीट बंटवारे के लिए रास्ते बंद हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव के बाद ही राष्ट्रीय गठबंधन पर कोई फैसला लिया जाएगा। ममता बनर्जी के इस फैसले से विपक्षी गठबंधन की एकता को बड़ा झटका लगा है। ममता बनर्जी ने बताया कि उन्होंने जो सुझाव दिए थे, वह सभी नकार दिए गए। इसके बाद हमने बंगाल में अकेले जाने का फैसला किया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की जानकारी भी न दिए जाने से ममता बनर्जी नाराज दिखाई दीं।
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी, कांग्रेस को पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे के तहत दो लोकसभा सीटें देने के लिए तैयार थीं, लेकिन कांग्रेस इससे खुश नहीं थी और इसे लेकर पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तल्ख बयान दिया था। जिस पर टीएमसी की तरफ से भी पलटवार किया गया था। इसके बाद से ही दोनों पार्टियों में तल्खी देखी जा रही थी।